हिमाचल प्रदेश में सियासत गरमाने लगी है। भाजपा के बाद कांगड़ा में केजरीवाल की रैली से चुनावी माहौल पूरे उफान पर है। हिमाचल के 12 जिलों की 68 सीटों में से कांगड़ा में सबसे ज़्यादा 15 विधानसभा सीट हैं। कांगड़ा से ही सत्ता की दशा और दिशा तय होती है। इसलिए भाजपा कांग्रेस और AAP कांगड़ा में ही राजनीतिक गतिविधियों की हवा बना रहे हैं। नड्डा की रैली के बाद केजरीवाल की रैली में एक दूसरे पर ख़ूब हमले किए गए। केजरीवाल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का नाम लेकर उन्हें नकल करने का आरोप जड़ा।
वहीं, केजरीवाल के वार पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि केजरीवाल पहली बार मंडी आये थे तो कुछ नहीं बोल पाए थे। अब बोलना शुरू किया है, हिमाचल के लोग संस्कारी हैं वह समझते हैं कि कौन क्या बोल रहा है। केजरीवाल संयमित भाषा का प्रयोग करें, उनको कोई सलाह नहीं दूंगा। लेकिन हिमाचल सरकार को लेकर केजरीवाल जो कह रहे हैं उसका आने वाले समय मे जवाब दिया जाएगा।
लगे हाथों मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों ले लिया । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू के उस बयान पर जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री दिल्ली के रिमोट से चलते हैं। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को सलाह की पहले कांग्रेस पार्टी का हाल और अपना हाल देख लें उसके बाद बयान दें। चुनावी वर्ष में है ऐसे बयान तो आते रहते हैं। कांग्रेस की हालत देश प्रदेश में पतली है।