गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है. बताया जा रहा है कि हार्दिक पटेल और बीजेपी नेतृत्व के बीच बातचीत चल रही है. वह दिल्ली में एक बड़े नेता से मुलाकात भी कर चुके हैं. सूत्रों ने बताया कि अगर हार्दिक बीजेपी में आना चाहते हैं तो ये उनका खुद का फैसला होगा. बताया जा रहा है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस आलाकमान से नाराज हैं. कांग्रेस की आलोचना करने के कुछ ही दिनों बाद गुजरात में कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल ने ‘फैसला लेने की क्षमता’ के लिए बीजेपी की तारीफ की थी और कहा था कि कांग्रेस की प्रदेश इकाई नेतृत्व में इसका अभाव है.
कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष पटेल ने यह भी कहा था कि उन्हें हिन्दू होने पर गर्व है. गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनावों से पहले पाटीदार नेता नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने के कांग्रेस के प्रयासों से हार्दिक नाराज हैं और उनका मानना है कि अगर नरेश पार्टी में शामिल होते हैं तो पाटीदार समुदाय के नेता के रूप में हार्दिक का प्रभाव खत्म हो जाएगा.
‘कामकाज की शैली’ को लेकर कांग्रेस की आलोचना करने के करीब एक सप्ताह बाद हार्दिक ने कहा था कि उन्होंने अपने विचार से पार्टी आलाकमान को बता दिया है और उन्हें उम्मीद है कि राज्य के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा.
पिछले लोकसभा चुनाव (2019) से पहले कांग्रेस में शामिल हुए हार्दिक पटेल ने कहा, ‘हमें यह मानना होगा कि बीजेपी की ओर से हाल में लिए गए राजनीतिक फैसले दिखाते हैं कि उसके पास राजनीतिक निर्णय लेने की बेहतर क्षमता है. मेरा मानना है कि इसकी तारीफ किए बगैर भी हम कम से कम इस सच्चाई को स्वीकार कर सकते हैं. अगर कांग्रेस मजबूत बनना चाहती है तो उसे निर्णय लेने की अपनी क्षमता बढ़ानी होगी.’