सीएम जयराम ठाकुर आज से दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं। दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम ने समान नागरिक संहिता को लेकर बड़ा बयान दिया । जयराम ठाकुर ने कहा कि समान नागरिक संहिता एक अच्छा कदम है लेकिन वह इस मामले में जल्दबाजी नहीं करेंगे। पहले इसका अध्ययन किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश में इस पर सोच विचार कर लागू करने का निर्णय लिया जाएगा। जयराम ठाकुर ने स्पष्ट किया कि वह समान नागरिक संहिता को लागू करने में कोई जल्दबाजी नहीं करेंगे।
क्या है समान नागरिक संहिता?
समान नागरिक संहिता कानून को अगर आसान शब्दों में समझे तो इसका मतलब होगा कि भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए एक समान कानून। फिर वो व्यक्ति किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो। समान नागरिक संहिता कानून में शादी, तलाक और जमीन-जायदाद के बंटवारे में सभी धर्मों के लिए एक ही कानून लागू होगा। समान नागरिक संहिता कानून एक पंथ निरपेक्षता कानून होगा जो सभी धर्मों के लिए समान रूप से लागू होगा।