अब जल्द ही मनरेगा मजदूरों को उनकी दिहाड़ी का भुगतान किया जाएगा। क्योंकि केंद्र सरकार ने मनरेगा के सामग्री घटक और प्रशासनिक व्यय के तहत प्रदेश के वर्ष 2022-23 के लिए 316.80 करोड़ की धनराशि जारी कर दी है। इससे एक और जहां मनरेगा मजदूरों को उनकी दिहाड़ी का भुगतान होगा तो वहीं दूसरी और रुके हुए कार्यों में भी गति आएगी।
बता दें कि मनरेगा मजदूर लंबे समय से अपनी दिहाड़ी का इंतजार कर रहे थे। लेकिन सरकार के पास बजट न होने से उनकी दिहाड़ी रूकी हुई थी। समय पर दिहाड़ी का भुगतान न होने से मनरेगा मजदूरों को आर्थिक परेशानी का भी सामना करना पड़ा लेकिन अब सरकार जल्द ही उनकी दिहाड़ी का भुगतान कर देगी।
पंचायती राज मंत्री विरेंद्र कंवर ने मनरेगा के लिए धनराशि जारी करने के लिए प्रदेश सरकार का आभार जताते हुए कहा कि यह राशि प्राप्त होने से मनरेगा के कार्यों में गति आएगी और लम्बित देनदारियों का निपटारा भी किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मनरेगा के अन्तर्गत बेहतर कार्य किया जा रहा है और ग्रामीण विकास तथा आर्थिकी के उत्थान में यह उपयोगी सिद्ध हो रही है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 में मनरेगा के अन्तर्गत 330 लाख कार्य दिवसों के विरूद्ध 336.10 लाख कार्य दिवस अर्जित किए गए और 988.95 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की गई। इसी प्रकार वर्ष 2021-22 में 343 लाख लक्षित कार्य दिवसों के विपरीत 370.87 लाख कार्य दिवस अर्जित किए गए तथा 1091.31 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की गई।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने कहा कि वर्ष 2020-21 में मनरेगा के अन्तर्गत 6.36 लाख परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया। वर्ष 2021-22 में 7.07 लाख परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया। उन्होंने कहा कि मनरेगा के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में 75 हजार 814 कार्य पूर्ण किए गए तथा वर्ष 2021-22 में 80 हजार 957 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं।