महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे द्वारा महा आरती करने के एलान और उनके द्वारा लिखे गए एक खुले पत्र के बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है। इस पत्र में राज ठाकरे ने लिखा है कि यदि बुधवार से किसी भी मस्जिद से लाउडस्पीकर से आवाज आई तो वो वहां पर हनुमान चालिसा का पाठ उसी तरह से करेंगे। इसको देखते हुए राज्य सरकार ने न सिर्फ धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया है बल्कि राज ठाकरे के घर के बाहर भी सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है।
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरते हुए मनसे चीफ राज ठाकरे ने कहा है कि जब तक समूचे राष्ट्र की मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं उतरते हैं तब तक आंदोलन जारी रहेगा। राज ठाकरे ने कहा कि ये धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक मसला है। यदि सरकार या दूसरा पक्ष उनकी बातों को नहीं मानता है तो वो भी उसको उसकी ही भाषा में जवाब देंगे। मनसे प्रमुख ने कहा कि वो राज्य की शांति व्यवस्था को खराब नहीं करने देना चाहते हैं।
पूरे महाराष्ट्र में अलग अलग जगहों पर पुलिस ने करीब 250 एमएनएस कार्यकर्ताओं को हनुमान चालीसा का लाउडस्पीकर से पाठ कराने पर हिरासत में लिया है। पुणे में पुलिस ने एमएनएस के महासचिव अजय शिंदे को छह अन्य लोगों के साथ महाआरती करने पर हिरासत में लिया है। आरोप है कि ये खेलकर हनुमान मंदिर में महाआरती कर रहे थे। पुणे पुलिस के मुताबिक इन सभी एहतियातन हिरासत में लिया गया है।
महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय ने बताया है कि मुंबई में 1140 मस्जिदें हैं जहां पर 135 लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल आज सुबह 6 बजे तक किया गया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले खिलाफ उठाए गए इन मस्जिदों के खिलाफ सरकार कदम उठा रही है। पुणे के कमिश्नर अमिताभ गुप्ता का कहना है कि हालात पूरी तरह से काबू में हैं। अधिकतर मस्जिदों से अजान लाउडस्पीकरों से नहीं दी गई और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का पूरा पालन किया गया है। शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 2500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।