नरेंद्र मोदी सरकार के अंतिम पूर्ण बजट में कई वस्तुएं सस्ती हुईं तो कई के लिए आम लोगों को अब ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। बजट 2018 पेश केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को 2018-19 का बजट पेश किया। हर बार की तरह इस बार भी बजट के बाद कुछ चीजें महंगी हुईं तो वहीं कुछ चीजें सस्ती हुईं हैं।
वित्त मंत्री ने मोबाइल फोन पर सीमा शुल्क 15% से बढ़ाकर 20% और मोबाइल और टीवी पुर्जों पर 15 प्रतिशत तक सीमा शुल्क बढ़ाने की घोषणा की है।कस्टम ड्यूटी बढ़ने के बाद मोबाइल, टीवी महंगे होंगे।
ये चीज़ें हुईं सस्ती…
छिलका सहित काजू नट (कच्चा काजू), सीएनजी सिस्टम, सोलर सेल/ पैनल/ मोड्यूल बनाने के लिए सोलर टेम्पर्ड ग्लास या सोलर टेम्पर्ड ग्लास।
ये चीज़ें हुईं महंगी…
संतरा रस, अन्य फल का रस और सब्जियों का जूस, क्रेनबेरी जूस, इत्र और प्रसाधन सामान, सौंदर्य और मेकअप का सामान, त्वचा की देखभाल का सामान (दवाइयों को छोड़कर), बालों और साफ सफाई के लिए इस्तेमाल किए वाले सामान महंगे हुए हैं। इनमें मुंह और दांतों की सफाई डेंचर, डिक्सेटिव पेस्ट जैसे सामान हैं। इसके अलावा शेविंग का सामान, कॉस्मेटिक सौदर्य प्रसाधन या शौचालय संबंधी सामान, कमरा को महकाने वाले सामान भी महंगे हुए हैं।
मोटर वाहन, मोटर कार, मोटर साइकल के कलपुर्जे, मोटर वाहन, मोटर कार, मोटर साइकल का सीकेडी आयात, मोटर वाहनों का सीबीयू आयात, ट्रक और बस रेडियल टायर, सिल्क फैबरिक्स, फुटवियरस फुटवियर के पार्ट्स, तराशे हुए और पॉलिश युक्त रंगीन रत्न
इससे पहले भी बजट 2017-18 में कुछ चीजें महंगी औप कुछ चीजें सस्ती हुईं थीं। पिछली बार सरकार ने ये सामान सस्ते करने की घोषणा की थी। इनमें कि लेदर का सामान, सोलर पैनल, प्राकृतिक गैस, निकेल, बायोगैस, नायलॉन, रेल टिकट खरीदना, सस्ता घर देने का प्रयास, टैक्स में मध्यम वर्ग को राहत देने का प्रयास, पवन चक्की, आरओ, पीओएस, पार्सल, लेदर का सामान और भूमि अधिग्रहण पर मुआवजा टैक्स मुक्त थे। इसके अलावा सौर उर्जा बैटरी और पैनल के विनिर्माण में काम आने वाले सोलर टैम्पर्ड ग्लास को सीमा शुल्क से छूट का भी ऐलान किया था।
वहीं, कुछ सामान महंगा भी किया गया था। इनमें चांदी का सामान, तंबाकू, हार्डवेयर, सिल्वर फॉयल, स्टील का सामान, चांदी के गहने, मोबाइल फोन, सिगरेट, पान मसाला, एलईडी बल्ब और स्मार्टफोन थे। तंबाकू (गुटखा) वाले पान मसाला पर उत्पाद शुल्क 10% से बढ़ाकर 12%किया गया था।