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‘यूपी-बिहार की तरह हिमाचल बन रहा पेपर लीक का गढ़, न्यायाधीश से हो मामले की जांच’

वकील ने कहा कि यूपी और बिहार की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश भी पेपर लीक का गढ़ बनता जा रहा है। जहां सरकार भ्रष्टाचारियों को पकड़ने के बजाय पेपर रद्द कर देती है। इससे ना केवल युवाओं के भविष्य से बल्कि सालों से उनकी तैयारी पर पानी फेर दिया जाता है।

जसबीर कुमार |

जसबीर कुमार। हमीरपुर में स्टेट बार काउंसिल के सदस्य रोहित शर्मा ने भाजपा सरकार पर पुलिस भर्ती रद्द करने को लेकर सवालिया निशान खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि यूपी और बिहार की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश भी पेपर लीक का गढ़ बनता जा रहा है। जहां सरकार भ्रष्टाचारियों को पकड़ने के बजाय पेपर रद्द कर देती है। इससे ना केवल युवाओं के भविष्य से बल्कि सालों से उनकी तैयारी पर पानी फेर दिया जाता है। विद्यार्थियों के साथ धोखा हो रहा है।

रोहित शर्मा ने बताया कि बीते दिनों हमीरपुर में एलडीआर की परीक्षा हुई, जिसमें चुनिंदा लोगों को अलग कमरे में बिठाकर परीक्षा दिलाई गई। इसके बाद भी किसी व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई। साफ कहें तो हिमाचल प्रदेश की सरकार की कार्यप्रणाली पर लोगों को किसी भी प्रकार का भरोसा नहीं रहा है। रोहित शर्मा ने सीएमजे से मांग की है कि इस मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश से जांच करवानी चाहिए। जो लोग इन घटनाओं में संलिप्त हैं उनकी इंक्वायरी की जाए।

वहीं रोहित शर्मा ने बताया कि उन्हें अखबारों के माध्यम से जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री के ओएसडी की पत्नी समेत 8 लोगों को बिना किसी परीक्षा के या इंटरव्यू के उनकी भर्ती की गई है। मुख्यमंत्री को इसकी भी जांच करनी चाहिए।