चेन्नई में स्थित इंटेग्रल कोच फैक्टरी द्वारा 18 महीने में विकसित बिना इंजन वाली ट्रेन 'ट्रेन- 18' आज ट्रायल के लिए तैयार है। भारत में बनी ऐसी पहली ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस से भी तेज भाग सकती है।
बताया जा रहा है कि इस ट्रेन से भारतीय रेलवे को नई दिशा मिलेगी। कुल 16 कोच वाली यह ट्रेन सामान्य शताब्दी ट्रेन के मुकाबले कम वक्त लेगी। 100 करोड़ की लागत से तैयार इस ट्रेन में सेल्फ प्रॉपल्शन मॉड्यूल है, जिसकी वजह से यह ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है।
जानकारी के अनुसार इसमें GPS आधारित यात्री सूचना प्रणाली के अलावा अलग तरह की लाइट, ऑटोमैटिक दरवाजे और सी.सी.टी.वी. कैमरे लगे होंगे। इस ट्रेन के बीच में दो एग्जीक्यूटिव कंपार्टमेंट होंगे। प्रत्येक में 52 सीटें होंगी।
वहीं, सामान्य कोच में 78 सीटें होंगी। इसमें यात्रियों को सूचना देने के लिए स्पीकर और सामान रखने के लिए बड़े रैक बनाए गए हैं। इसमें बायो वैक्यूम सिस्टम के साथ मॉड्यूलर टॉयलेट होगा।