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साइबर थाना शिमला में 5 महीनों में दर्ज हुई साइबर अपराध की 1750 शिकायतें: नरवीर सिंह

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भारत इंटरनेट का तीसरा सबसे बड़ा उपयोगकर्ता है और हाल के वर्षों में साइबर अपराध कई गुना बढ़ गए हैं। साइबर सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिये सरकार की ओर से कई कदम उठाए गए हैं। कैशलेस अर्थव्यवस्था को अपनाने की दिशा में बढ़ने के कारण भारत में साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है। डिजिटल भारत कार्यक्रम की सफलता काफी हद तक साइबर सुरक्षा पर निर्भर करेगी । सोशल मीडिया ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार को नया आयाम दिया है, आज प्रत्येक व्यक्ति बिना किसी डर के सोशल मीडिया के माध्यम से अपने विचार रख सकता है और उसे हज़ारों लोगों तक पहुंचा सकता है, परंतु सोशल मीडिया का सावधानीपूर्वक उपयोग ही हमें ऑनलाइन ठगी तथा साइबर अपराध के गंभीर खतरों से बचा सकता है।

साल 2021 में कोविड -19 महामारी के दौरान आम जनमानस अधिकतर कार्य इंटरनैट के माध्यम से कर रहा है जो इस परिस्थिती का फायदा साईबर अपराधी लोगों को ठगने में बखुबी तौर पर कर रहा है। राज्य साइबर थाना शिमला ने वर्तमान वर्ष 2021 में अभी तक आई शिकायतों का विशलेषण किया तो पाया गया कि अभी तक 5 महिनों में कुल 1750 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिनमे सें 750 शिकायते वितीय समबंधी धोखाधडी के संदर्भ मे प्राप्त हुई हैं। इन शिकायतों के अवलोकन से पाया गया कि लोगों को मुख्यतः मोबाईल सिम कार्ड e-KYC के वैलुडेशन, नौकरी के लिए झांसा, लोन प्रदान करने के लिए झांसा, ओएलएक्स फ्रोड, डैबिट क्रैडिट कार्ड फ्रोड, ओनलाईन शापिंग/ होम डिलिवरी फ्रोड. पावर बैंक एप फ्रोड ( 15 दिन मे पैसा दुगना करने का झांसा), फेक KYC अपडैटिंग फ्रोड, फेस बुक फ्रोड तथा विडियो कोल के माध्यम से ब्लैक मैलिंग, से ठगा गया । 

राज्य साइबर थाना शिमला द्वारा तुरन्त कार्यवाही करते हुए करीब 15 लाख रुपए शिकायतकर्ता/पीड़ित व्यक्तियों को भिन्न पैमैंट गेट-वे से रिफंड करवाया गया इसके अलावा करीब 14 लाख रुपए अभी भी पेमैंट गेट-वे मे होल्ड करवाए गए हैं जिसे रिफंड करवाने बारा प्रक्रिया चल रही है । उपरोक्त शिकाय़तों में से सोशल मीडिया से समबंधित शिकायतें कुल 815 प्राप्त हुई हैं जो शिकायतें फेक सोशल मीडिया प्रोफाईल बनाने व सोशल मीडिया को साईबर ठगी करने एवं विडियो कोल के माध्यम से ब्लेकमैल करने से समंबंधित है। इसके अलावा करीब 150 शिकायतें भिन्न मामलों जैसे मौबाईल खोना एवं इंटरनैट के गलत इस्तेमाल के सम्बंध मे प्राप्त हुई हैं। उपरोक्त तथ्यों एवं ठगी के भिन्न -2 तरिकों को मध्येनजर रखते हुए आम जनमानस से निवेदन है कि वह जागरुक रहे तथा सतर्क रहै व निम्नलिखित बातों का ध्यान रखे । 

• 2021 कुछ स्कैमर्स नकली केवाईसी सत्यापन संदेश भेजकर ग्राहकों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं।
• संदेश आपको चेतावनी देते हैं कि यदि आप केवाईसी पूरा नहीं करते हैं तो आपका नंबर बंद कर दिया जाएगा।
• जबकि मोबाइल कंपनियां केवाईसी सत्यापन के लिए उपयोगकर्ताओं तक पहुंचती हैं, लेकिन यह आधिकारिक चैनलों के माध्यम से किया जाता है।

इंटरनेट बहुत सारे घोटालों की मेजबानी करता है, केवाईसी वेरिफिकेशन की आड़ में स्कैमर्स यूजर्स का पर्सनल डेटा चुराने की कोशिश कर रहे हैं। कई उपयोगकर्ताओं ने कहा है कि उन्हें अज्ञात नंबरों से एसएमएस संदेश प्राप्त हुए हैं, जिसमें कहा गया है कि अगर उन्होंने अगले 48 घंटों के भीतर अपनी केवाईसी जानकारी सत्यापित नहीं की तो उनके नंबर बंद कर दिए जाएंगे। यदि आप ऐसे संदेशों के प्राप्त होने पर होते हैं, तो उन पर ध्यान न दें, क्योंकि वे नकली हैं। जबकि कंपनियां केवाईसी सत्यापन के लिए ग्राहकों तक पहुंचती हैं, यह आधिकारिक चैनलों के माध्यम से होता है न कि अज्ञात फोन नंबरों के माध्यम से। 

एसएमएस जो ग्राहको को मिलता है उसमे कई तरह की त्रुटिया होती हैं । एयरटेल ने ऐसे केवाईसी घोटालों में न फंसने की चेतावनी दी

एयरटेल अपने उपयोगकर्ताओं को नवीनतम केवाईसी घोटाले में न आने की चेतावनी देते हुए संदेश भेज रहा है। मैसेज में लिखा है, 'धोखाधड़ी अलर्ट: एयरटेल आपसे कभी भी अपना ईकेवाईसी विवरण/आधार नंबर साझा करने, कोई ऐप डाउनलोड करने, अपने एयरटेल नंबर के सत्यापन के लिए किसी भी मोबाइल नंबर से कॉल करने या आपके सिम की समय सीमा समाप्त होने वाले किसी एसएमएस के लिए नहीं कहता है। कृपया ऐसी कॉल/एसएमएस से सतर्क रहें, क्योंकि इनके परिणामस्वरूप वित्तीय धोखाधड़ी हो सकती है।”

यदि आप सावधान नहीं हैं तो ऐसे केवाईसी संदेशों में वास्तव में आपका डेटा और पैसा चुराने की क्षमता होती है। ध्यान दें कि ये संदेश एक फ़ोन नंबर के साथ आते हैं या इसमें एक संदिग्ध लिंक शामिल हो सकता है। नंबर पर कॉल करने से आप सीधे एक स्कैमर के संपर्क में आ सकते हैं, जो आपसे तीसरे पक्ष के ऐप डाउनलोड करने के लिए कह सकता है जो आपके फोन को क्लोन कर सकते हैं और आपका डेटा चुरा सकते हैं। संदिग्ध लिंक आपको एक कपटपूर्ण साइट पर ले जा सकते हैं जो आपका डेटा भी चुरा सकती है। किसी भी साईबर ठगी के मामले मे तुरंत राज्य साईबर थाना के ईमेल [email protected]& Contact No. 0177-2621331. What’s app No. 9805953670. पर समपर्क करे ।