फतेहपुर: जहां किसी कार्य को करने से जनता और सरकार को लाखों का फायदा होता है. वहीं दूसरी ओर कई लोगों को ऐसा नुकसान भी उठाना पड़ता है जिसकी भरपाई करना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन होता है. ऐसी ही जिला कांगड़ा में पड़ने वाली महाराणा प्रताप झील है, जो कई लोगों को अपना निवाला बना चुकी है. शुक्रवार को भी एक ऐसी ही दर्दनाक घटना ने लोगों का दिल दहला दिया.
अपने दोस्तों के साथ होली खेलने के दौरान खटियाड़ निवासी सुरेश कुमार सुपुत्र अशोक कुमार जब झील में नहाने गया तो नहाते वक्त वह पानी में डूब गया. जिसकी सूचना दोस्तों ने इलाका वासियों को और पुलिस थाना फतेहपुर को दी. जिसके बाद लोगों ने देसी जुगाड़ लगा कर शव को पानी से बाहर निकलने में सफलता हासिल की.
झील को बने करीब 47 साल हो गए हैं लेकिन अगर कोई डूबने की घटना हो जाए तो आज भी वही देसी जुगाड़ प्रयोग में लाया जाता है. लोग कश्ती में बैठकर लोहे का पंजा रस्सी से बांधकर डूबने वाले क्षेत्र में फेंकते हैं और शव उसके साथ फंसकर बाहर निकलता है.
इस मामले में थाना फतेहपुर प्रभारी अभिमन्यु ने बताया कि पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नूरपुर भेज दिया है. उपमंडल अधिकारी अंकुश शर्मा ने परिजनों को सांत्वना दी और कहा कि इस दुख की घड़ी में प्रशासन उनके साथ है. सुरेश कुमार के घर में उसके इलावा उसके माता पिता और उसका बड़ा भाई है.