पुलिस अधिकारी और कर्मियों की गिरफ्तारियों के बाद एक बार फिर प्रदेश की जनता सड़कों पर उतर आई है। इसी कड़ी में बुधवार को शिमला में गुड़िया न्याय मंच सहित तमाम जनता ने पुलिस मुख्यालय का घेराव किया और पुलिस प्रमुख सोमेश गोयल को बर्खास्त करने की मांग उठाई।
गुस्साए लोगों ने पहले शिमला में जमकर नारेबाजी की और आईजी के बाद डीजीपी पर जांच करने की मांग को उठाया। यहां तक की गुस्साई जनता ने पुलिस प्रमुख डीजीपी सोमेश गोयल पर रिश्वतखोरी के आरोप जड़ दिए और उसपर भी जांच करने को कहा।
गुड़िया न्याय मंच के सलाहकार विजेन्द्र मेहरा ने बताया कि गुड़िया न्याय मंच शुरू से ही गुड़िया मामले पर पुलिस की भूमिका पर पहले से ही सवाल उठाता रहा है। लेकिन, अब सीबीआई ने आईजी समेत आठ पुलिस कर्मियों की गिरफ्तार कर ये साबित भी कर दिया है कि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। इतना सब होने के बाद डीजीपी पुलिस को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं बचा है और उन्हें बर्खास्त किया जाए।