हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के फर्जी डिग्री मामले में गिरफतार चार आरोपियों सुनील, सौरभ, जयदेव और राकेश को रिमांड पूरा होने पर मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दो आरोपियों को फिर से रिमांड पर भेज दिया गया है, वहीं अन्य दो आरोपियों को जमानत मिल गई। जमानत पर रिहा होने वालों में सुनील और सौरभ शामिल हैं। इनमें सौरभ शिमला की निजी यूनिवर्सिटी में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहा है। वहीं जयदेव और राकेश को फिर से रिमांड पर भेजा गया है।
शिमला की सदर थाना पुलिस ने बीते दस जनवरी की रात्रि तीन आरोपियों को गिरफतार कर उनके कब्जे से यूनिवर्सिटी की जाली डिग्रिंया बरामद की थीं। सिरमौर के एक अधिवक्ता की शिकायत पर पुलिस हरकत में आई और आरोपियों को लिफट के समीप धर दबोचा। पकडे गए तीनों आरोपी ठियोग के एक ही गांव के रहने वाले थे। ये लोगों को जाली डिग्रिंया बेचेकर मोटी कमाई कर रहे थे।
इस मामले में आरोपी राकेश को पुलिस ने बाद में गिरफतार किया था। वह भी ठियोग का ही रहने वाला है और मनरेगा में काम करता है। अब तक की जांच में जयदेव और राकेश की इस पूरी मामले में संलिप्तता सामने आई है। जयदेव को पुलिस मुख्य आरोपी मान रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो इस गोरखधंधे का मास्टर माइंड अभी पकड़ में नहीं आया है। पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही है।