<p>विजिलेंस ने राजस्व प्रशिक्षण संस्थान के चपरासी को दस हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी चपरासी निदेशक भू-अभिलेख शिमला कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक के कहने पर रिश्वत मांग रहा था। पुलिस ने जोगिंद्रनगर से चपरासी और शिमला से वरिष्ठ सहायक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। दोनों को जल्द अदालत में पेश किया जाएगा। एएसपी विजिलेंस कुलभूषण ने मामले क पुष्टि की है।</p>
<p>जानकारी के अनुसार जोगिंद्रनगर तहसील में स्टांप बैंडर और डाक्युमैंट राईटर की शिकायत को दबाने के लिए निदेशक भू-अभिलेख शिमला में तैनात एक वरिष्ठ सहायक को फोन में कहा था कि आपकी शिकायत आई है, आप स्टांप वैंडर और डाक्युमैंट राइटर का काम नहीं कर सकते। इसके लिए अब आपको अनुमति लेनी पड़ेगी। इस शिकायत को दबाने के लिए आरोपी ने फोन पर 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी।</p>
<p>राइटर ने इसकी बात की सूचना विजिलेंस को दी। विजिलेंस ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया और राइटर को रिश्वत की यह राशि शुक्रवार को आरोपी को देने की बात कही। शुक्रवार को जब वरिष्ठ सहायक के कहने पर चपरासी यह पैसा लेने आया तो वहां पहले से मौजूद विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।</p>
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