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हमीरपुरः 10 लोगों ने दी कोरोना को मात, स्वस्थ लोगों को भेजा गृह-संगरोध

नवनीत बत्ता, हमीरपुर |

हमीरपुर जिला में कोरोना वायरस कोविड-19 से संक्रमित 10 लोगों का  सफल इलाज किया गया है। एनआईटी, अणु स्थित समर्पित कोविड केयर सेंटर से स्वस्थ होने के बाद इनमें से 9 मरीज आज गृह संगरोध के लिए भेज दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने सभी कोरोना योद्धाओं का इनके सफल इलाज के लिए आभार जताया है। उपायुक्त हरिकेश मीणा ने समर्पित कोविड केयर सेंटर, अणु पहुंचकर स्वस्थ हुए सभी लोगों एवं उनके परिवारों का सहयोग एवं सहभागिता के लिए धन्यवाद किया और उनका उत्साहवर्द्धन भी किया। उन्होंने कहा कि यह सभी हमारे असली कोरोना योद्धा हैं और समाज में इस महामारी के प्रति सकारात्मक संदेश देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने स्वस्थ हुए लोगों से आग्रह किया कि वे गृह-संगरोध के नियमों का पूर्णतया पालन करें और इनके परिजन भी इसमें अपना सक्रिय सहयोग दें।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि गत दिन इन 10 लोगों के स्वस्थ होने की सूचना प्राप्त हुई थी, जिनमें नादौन क्षेत्र के कश्मीर का 50 साल का व्यक्ति, गलोड़ क्षेत्र के फाहल से एक 17 साल की युवती, नादौन क्षेत्र से एक 78 साल का बुजुर्ग, भराड़ी क्षेत्र के 52 साल का व्यक्ति, जंगल रोपा नाल्टी क्षेत्र से 23 साल का युवक और 40 साल का व्यक्ति, महल क्षेत्र से साढ़े चार साल की बच्ची, हमीरपुर के साथ लगते गांव के 57 साल का व्यक्ति, एक 27 साल व्यक्ति नादौन क्षेत्र के फतेहपुर से और एक 39 साल का व्यक्ति धंगोटा क्षेत्र से संबंधित हैं।

उन्होंने बताया कि जिला हमीरपुर में अभी तक कोविड-19 संक्रमित कुल 124 मामले सामने आए हैं जिनमें से 78 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, 45 सक्रिय मामले हैं तथा एक की मृत्यु हो चुकी है। आरसीएच भोटा में 3 मरीज, जबकि डीसीसीसी (एनआईटी) में 42 मरीज दाखिल हैं, दो मरीज रैफर किए गए थे।

9 जून को कुल 132 सैंपल लिए गए थे जो 10 जून को आईएचबीटी पालमपुर जांच हेतु भेजे गए हैं। इनमें बीएमओ भोरंज से 18 सैंपल, बड़सर से 5, सुजानपुर से 21, गलोड़ से 23, टौणी देवी से 8, नादौन से 30 और डॉ राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर से 27 सैंपल लिए गए थे। जिला हमीरपुर में अब तक कुल 7 हजार 149 सैंपल लिए गए हैं।  जिला हमीरपुर में बाहरी राज्यों से लौटे (ट्रेवलर हिस्ट्री) अभी कुल 1 हजार 462 मामले संस्थागत संगरोध में थे, जिनमें से 1 हजार 321 ने निर्धारित अवधि पूर्ण कर ली है और 141 लोग गृह-संगरोध में हैं।