<p>सरकार भले ही बच्चों को घरद्वार पर शिक्षा मुहैया करवाने के दावे कर ले, लेकिन पिछड़ा जिला चंबा के कई स्कूल आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए पिछड़े ही हैं। सरकार ने यहां पर स्कूल तो अपग्रेड कर दिए हैं, लेकिन विडंबना है कि अपने भवन नहीं मिल पाए हैं। ऐसे में बच्चे निजी मकानों में पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं। खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय नकरोड के दायरे में आने वाले 8 प्राथमिक स्कूल और आठ ही मिडल स्कूल शामिल हैं।</p>
<p>यह स्कूलों कई साल से चल रहे है। लेकिन आज तक ये अपने भवनों को तरस रहे हैं। लेकिन शासन- प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंगी, बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के दावे हवा हवाई हो रहे हैं। इन सब स्कूलों के भवन निर्माण संबंधी फाइल सरकार को भेजी गई है लेकिन ये पहना मुश्किल है कि आखिर सरकार इन 16 स्कूलों को कब अपना भवन मुहैया करवाती है।</p>
<p>वहीं राजकीय प्राथमिक पाठशाला ढांड के अध्यापक का कहना है कि चंबी में कई स्कूलों अभी भी अपने भवन नहीं हैं। जिसके चलते आए दिन मुश्किले हो रही हैं। वहीं अध्यापक ने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि अगर भवन बन सकते हैं तो यहां शिक्षा का स्तर भी सुधरेगा।</p>
42 साल के कैप्टन की कतर में हार्ट अटैक से हुई मौत मर्चेंट नेवी…
अभी तक 50 लाख की धोखाधड़ी का खुलासा करोड़ों के गोलमाल का अंदेशा मंडी…
Una: उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने गुरुवार को तीन दिवसीय माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव…
Shimla: हिमाचल प्रदेश में स्ट्रीट वेंडर्स की पहचान को लेकर कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह के…
खैरा अस्पताल में स्वास्थ्य उपकरण खरीदने को दिए 5 लाख सीएचसी खैरा की रोगी…
राष्ट्र स्तरीय कार्यक्रमों के आयोजन के लिए मिलेगी बेहतर सुविधा टूरिज्मों त्रिगर्त कार्निवाल में सुरीली…