<p>मंडी के करसोग विधानसभा क्षेत्र के खनेयोग गांव में तीन बच्चे पूरी तरह अनाथ हो चुके हैं। अब हालात ऐसे हैं कि बाल-बालिका सुरक्षा योजना तक का लाभ कागजों के हेरफेर के चलते अभी तक भी इन बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। तीनों अनाथ बच्चे अपने ताया लोकपाल के पास अपना गुजारा कर रहे हैं। 12 साल की निर्मला 9 वीं कक्षा में पढ़ती है और 9 साल की अर्चना चौथी कक्षा में पढ़ती है। भाई नरेंद्र को इस साल स्कूल में दाखिला लेना है लेकिन दाखिला कैसे लेना है इस बात को लेकर संशय बना हुआ है।</p>
<p>बच्चों का ताया लोकपाल खेती-बाड़ी करके अपने 4 बच्चों के साथ अब अपने भाई के 3 बच्चों को भी पाल रहे हैं। लेकिन पिता के गुजरने के 9 महीने बाद भी इन बच्चों को सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं मिली है। लोकपाल ने बताया कि बाल-बालिका सुरक्षा योजना के तहत करीब 6 महीने पहले उन्होंने आवेदन जरूर किया था। लेकिन कागजों के हेरफेर के चलते अभी तक उनको इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है।</p>
<p>वहीं इस मामले में स्थानीय विधायक हीरा लाल का कहना है कि उन्होंने इस बारे में उपायुक्त मंडी से बात की थी। लेकिन यह जानकारी नहीं है कि किस वजह से अभी तक इन बच्चों को लाभ नहीं मिल पाया है और अब वह सोमवार को इस मामले में जरूर अगली कार्रवाई करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह गांव के आसपास रहने वाले बीजेपी के कार्यकर्ताओं को भी कहेंगे कि वह अपने स्तर पर इन बच्चों की सहायता के लिए कुछ ना कुछ भी करें। वहीं अगर कोई संस्था इन बच्चों की सहायता करना चाहती हो तो वह इस नंबर <span style=”color:#2980b9″> 9418689765</span> पर संपर्क कर सकते हैं।</p>
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