जिला बिलासपुर से मुंबई में रह रहे 66 साल के जगदीश शर्मा अपने पैतृक गांव भदसी आने के लिए अपने परिवार सहित ऊना तक सरकार द्वारा चलायी गयी ट्रेन से पहुंचे थे जिसके बाद उनका हेल्थ चेकअप कर जवाहर नवोदय विद्यालय कोठीपुरा बिलासपुर में इंस्टीटूशनल कोरेनटाइन किया गया था, जहां से उनका सैंपल आईजीएमसी शिमला टेस्ट के लिए भेजा गया था। परिवार के चार सदस्यों में से केवल जगदीश शर्मा की ही रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी जिसके बाद उन्हें चांदपुर स्थित डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किया गया था।
इसके बाद उनकी ख़राब तबियत को देखते हुए उन्हें लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक मंडी भेज दिया गया। जहां 10 दिनों तक आइसोलेट करने के बाद अब वह स्वस्थ हो गए हैं और उनकी दोबारा भेजी गयी सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें उनके पैतृक गांव भदसी भेज दिया गया। गांव पहुंचने पर स्थानीय ग्रामीणों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उनका फूल वर्षा के साथ स्वागत किया तो साथ ही तालियां बजाकर अभिनंदन भी किया। वहीं ग्रामीणों के इस स्वागत से भावुक हो गए।
जगदीश शर्मा ने जहां मुंबई से उनके गांव तक सकुशल पहुंचाने के लिया मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और हॉस्पिटल प्रशासन का आभार जताया तो साथ ही कोरोना की जंग से जीतने में योग की अहम भूमिका होने की बात भी कही। वहीं, जगदीश शर्मा के स्वस्थ होकर वापिस गांव लौटने पर ग्रामीणों ने ख़ुशी जाहिर करते हुए उनके परिवार की कुशलता की कामना की तो साथ ही बीमारी से डरो बीमार से नहीं को अपनाते हुए घरों में रहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की बात भी कही। गौरतलब है कि बिलासपुर जिले से अब तक कोरोना पॉजिटिव के 20 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 8 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 12 एक्टिव केस हैं।