Follow Us:

शाम 4 बजे के बाद यात्री कर लें अपना आने-जाने का इंतजाम, नहीं दौड़ेंगी HRTC की बसें

समाचार फर्स्ट डेस्क |

हिमाचल पथ परवहन निगम ने दिवाली पर 14 अतिरिक्त बसें चलाने को कहा था। लेकिन दिवाली को शाम चार बजे के बाद यात्रियों को एचआरटीसी की कोई भी बस सुविधा नहीं मिलेगी। निगम के चालक-परिचालक बसों में विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना के बाद दिवाली मनाने घर जाएंगे। बता दें कि निगम के सभी बस ड्राइवर दिवाली के दिन चार बजे के बाद लोकल और लांग रूट की बसें वर्कशॉप या फिर बस अड्डा में खड़ी करेंगे। सभी ड्राइवर विश्वकर्मा दिवस मनाने के उपरांत दिवाली मनाने के लिए घर को रवाना होंगे। इस कारण यात्रियों को लोकल और लांग रूट की बसों की कमी से जूझना पड़ सकता है।

वहीं, विश्वकर्मा-डे के चलते एचआरटीसी के करीब दो दर्जन लोकल रूट बाधित रहेंगे। इसके अलावा चंडीगढ़ के लिए सुबह 4:45 पर, शिमला और बद्दी रूट पर भी एक-एक बस  चलाई जाएगी। यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचने के लिए टैक्सी या फिर प्राइवेट बसों में ही सफर करना होगा। यही नहीं, लोकल रूटों पर चलने वाली प्राइवेट बसों में भी इस दौरान काफी भीड़ रहेगी। इसलिए लोकल रूटों पर यात्रियों को आने-जाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।

प्रदेश के भीतर चलने वाले रूटों पर भी आक्यूपेंसी कम ही दर्ज की गई है। निगम परिवहन के साथ-साथ निजी बसों में भी आक्यूपेंसी दर कम रिकार्ड की गई है। हांलाकि त्योहारी सीजन के दौरान आक्यूपेंसी दर बढने की संभावना जताई जा रही थी। इस पर प्रदेश निजी बस आपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल ने बताया कि दिवाली के पहले रोज भी आपरेटरों को रूटों पर एक साइड की ही सवारियां मिली हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की तरफ बसें खाली ही पहुंची हैं। शुक्रवार को दिल्ली से प्रदेश के लिए चलाई गई स्पेशल बसें वापस लौट गई हैं, मगर उक्त बसों में भी आक्यूपेंसी दर ज्यादा नहीं आंकी गई है। त्यौहार के पहले रोज भी बसों में आक्यूपेंसी आधी रही, जबकि त्योहारों के बाद इसमें और गिरावट आने की संभावना जताई जा रही है।