<p>भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के पूर्व छात्र डॉ. नवनीत चंद्र वर्मा को उत्कृष्ट शोध के लिए भारतीय राष्ट्रीय युवा वैज्ञानिक अकादेमी (आईएनवाईएएस) के राष्ट्रीय पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया। आइआइटी मंडी से 2020 में पीएचडी पूरा कर चुके डॉ. नवनीत चंद्र वर्मा को कार्बोनेजेनिक नैनोपार्टिकल की रसायनिक संरचना और कार्य संबंध और सुपर रिजाल्यूशन लाइट माइक्रोस्कोपी में इनके उपयोग की बुनियादी समझ में उत्कृष्ट योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया।</p>
<p>आइआइटी मंडी के स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज़ के प्रो. चयन नंदी के मार्गदर्शन में डॉ. वर्मा ने उपयोग के अनुकूल सबसे आधुनिक सिंगल मोलेक्यूल सुपर रिजाल्यूशन नैनोस्कोपिक तकनीक का भारत में पहली बार विकास किया और प्रदर्शित किया कि जीवित कोशिका के सेल्युलर डायनामिक्स का नैनोमीटर रिजाल्यूशन तक अध्ययन करने में कितना आसान है कार्बन नैनोमटीरिल्स का फ्लुरेसेंट प्रोब के रूप में उपयोग।</p>
<p>आइआइटी मंडी के निदेशक प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी ने डॉ. नवनीत चंद्र वर्मा की उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करने के साथ कहा, ‘‘आईआईटी मंडी के सभी लोगों के लिए यह गौरव का क्षण है कि डॉ. नवनीत की थिसीस को सुप्रतिष्ठित इनयास राष्ट्रीय पुरस्कार 2020 में कार्बन मटीरियल्स के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ थिसीस का पुरस्कार दिया गया।<br />
भारतीय राष्ट्रीय युवा विज्ञान अकादेमी (आईएनवाईएएस) का गठन दिसंबर 2014 में भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादेमी (आईएनएसए) परिषद ने किया। यह भारत का पहला मान्यता प्राप्त युवा वैज्ञानिक अकादेमी है जिसका उद्देश्य विज्ञान शिक्षा और राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर युवा वैज्ञानिकों को बढ़ावा देना है। इनयास नई पीढ़ी के वैज्ञानिकों के बीच विज्ञान के विषयों पर विचारों के आदान-प्रदान, विमर्श शुरू, सहयोग करने का प्लैटफार्म है और यह युवा शोधकर्ताओं को उनकी बात देश के वरिष्ठ शिक्षाविदों और नीति निर्माताओं तक पहुंचाने का अवसर देता है।</p>
<p>कार्बन मटीरियल्स के क्षेत्र में पूरे देश से इनयास कमिटी को प्राप्त कुल 42 इंट्रियों में सर्वश्रेष्ठ पीएच.डी. थिसीस पुरस्कार प्राप्त करने की बधाई देते हुए आईआईटी मंडी के स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज़ के प्रो. चयन नंदी ने कहा, ‘‘डॉ. वर्मा जैसे शोध एवं विकास को जीवन समर्पित करने वाले व्यक्ति का मेरा छात्र होना गौरव की बात है। वे नए उपकरण के विकास और फैब्रिकेशन में मेधावी छात्र रहे हैं और नैनोमटीरियल को लेकर उनके विचार बहुत इनोवेटिव हैं। मैं उन्हें सुनहरे भविष्य की हार्दिक शुभकामना देता हूं।’’</p>
<p>वर्तमान में डॉ. वर्मा इजरायल स्थित इजरायल प्रौद्योगिकी संस्थान हायफा में पोस्ट-डॉक्टोरल फेलो हैं। वे प्रोटीन फिंगर प्रिंटिंग लिक्विड बायोप्सी और भावी चिकित्सा उपयोग के लिए सुपर रिजाल्यूशन माइक्रोस्कोपी और सिंगल मोलेक्यूल मेजरमेंट आधारित रोबस्ट सेंसिटिव फास्ट और हाई थ्रुपुट एडवांस्ड डायग्नासिस डिवाइस पर काम कर रहे हैं।</p>
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