➤ शिमला में एंकर अंजना ओम कश्यप के खिलाफ एफआईआर दर्ज
➤ वाल्मीकि समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
➤ एफआईआर एससी-एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने टीवी चैनल की एंकर अंजना ओम कश्यप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह मामला वाल्मीकि समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि अंजना ओम कश्यप ने अपने चैनल के एक कार्यक्रम में महर्षि वाल्मीकि को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिससे समुदाय में गहरी नाराजगी फैल गई है।
शिकायत प्रीत पाल मट्टू, अध्यक्ष बाबा साहेब अंबेडकर वेलफेयर सोसाइटी शिमला ने दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा कि 8 अक्तूबर को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर ‘आजतक’ चैनल का एक वीडियो देखा था, जिसमें अंजना ओम कश्यप और चैनल के मुख्य संपादक अरुण पुरी ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। शिकायतकर्ता के अनुसार, इस रिपोर्ट में महर्षि वाल्मीकि के प्रति की गई टिप्पणी अपमानजनक थी और इसने समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई।
शिमला के सदर पुलिस स्टेशन में यह मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इसे धारा 3(1)(v) अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और धारा 299 बीएनएस के तहत पंजीकृत किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मामले से संबंधित सभी तथ्यों की जांच की जा रही है और प्रारंभिक स्तर पर बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
प्रीत पाल मट्टू ने कहा कि यह मामला सिर्फ एक समुदाय नहीं बल्कि पूरे समाज के सम्मान का है। उन्होंने मांग की कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति धार्मिक भावनाओं के साथ छेड़छाड़ करने की हिम्मत न कर सके।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और विवादित वीडियो की तकनीकी जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस घटना ने प्रदेश में सामाजिक और धार्मिक संगठनों के बीच चर्चा को और तेज कर दिया है।



