अलका लांबा ने कहा की ये भाजपा के विरोधाभास की पराकाष्ठा है की एक तरफ ये लोग बिल्किस बानो के बलात्कारियो की सजा माफ करते है. उनका आदर सत्कार करते है और दूसरी तरफ श्रद्धा की हत्या पर नारे लगाते है.
मोर्चा निकालते है. ये भाजपा की दोगली राजनीति ही है. जो एक तरफ बिल्किस के आरोपियों का फूल मालाओं से स्वागत करते है और दूसरी तरफ अंकिता भंडारी हत्याकांड मे फंसे अपने नेता के बेटे को बचाने के लिए पुरा जोर लगाते है.
अलका ने कहा की ये देश की महिलाओ के लिए कितने दुर्भाग्य की बात है कि जिस दिन प्रधानमंत्री मोदी लाल किले से महिला सन्मान की बात कहते है. उसी वक्त उन्ही के पार्टी की गुजरात सरकार बिल्किस् बानो केस के जघन्य हत्या और बलात्कार के दोषियो की सजा माफ करने का निर्णय करती है.
अलका लांबा ने पूछा की क्या ये है सब का साथ? क्या मुस्लिम महिला न्याय की हकदार नहीं है? क्यों महिला आयोग से लेकर स्मृति ईरानी जैसी महिला मंत्री मुंह मे दही जमाये बैठी रही? क्यो प्रधानमंत्री मोदी के मुंह से बिल्किस के लिए एक शब्द नहीं निकला? क्या मोदी जी बिल्किस् को भारत की बेटी नहीं मानतें?
अलका लांबा ने बिल्किस के मुद्दे पर AAP को भी जमकर घेरा. अलका लांबा ने पूछा की क्यो AAP बिल्किस् के न्याय के लिए आवाज नही उठा रही? क्यो केजरीवाल और सिसोदिया बिल्किस बानो मुद्दें पर खामोश है? ऐसी क्या मजबूरी है कि मनीष सिसोदिया ने ये तक कह दिया. कि बिल्किस बानो हमारे लिए कोई मुद्दा ही नहीं है?
अलका लांबा ने कहा की AAP की स्वार्थ की राजनीति का ये उदाहरण है. केवल गुजरात चुनाव में संभावित नुकसान को देखते हुए AAP ने बिल्किस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है. AAP की मौका परस्त राजनीति इससे बेपर्दा हो गई है. AAP की महिला विधायक, प्रवक्ता और महिला आयोग की अध्यक्षा ना तो बिल्किस बानो मुद्दें पे कुछ बोली ना ही सतेंद्र जैन द्वारा एक बलात्कारी से मसाज करवाने पर कुछ बोलीं.
अलका लांबा ने कहा की भाजपा और AAP द्वारा महिला सन्मान की बात महज एक दिखावा है. इनकी बुनियादी सोच महिलाओ को दुय्यम दर्जे का मानती है. केवल राजनीति और वोट के लिए महिला सन्मान, बेटी बचाओ जैसी बात करते है. लेकिन इनकी असलियत बिल्किस बानो केस के बाद पूरे देश के सामने खुलकर आ चुकी है.
ये सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस है जो बिल्किस् बानो से लेकर अंकिता भंडारी तक हर मुद्दे पर मुखरता से आवाज उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी. अल्का लांबा ने दिल्ली की महिलाओं से इन सब बातों पर गौर कर भाजपा और AAP को MCD मे वोट ना देने की अपील करते हुए कहा कि महिलाओं की हितैषी सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस है.