हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां एक सहकारी बैंक में करोड़ों रुपए के गबन का मामला सामने आया है, नौहराधार के को-ऑपरेटिव बैंक के सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश ने इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है फिलहाल अभी तक जांच में 4 करोड रुपए की गबन की बात सामने आई है हालांकि माना जा रहा है कि यह राशि और भी बढ़ सकती है
मामला ध्यान में आते ही बैंक प्रबंधन ने असिस्टेंट मैनेजर को सस्पेंड कर दिया है
हैरानी वाली बात यह है कि बैंक कर्मचारी ने ग्राहकों के लाखों रुपए की एफडी को डकार ली है।
बैंक में गड़बड़ी की सूचना जैसे ही ग्राहकों को मिली, उन्होंने बैंक के बाहर हंगामा कर दिया।
बैंक अधिकारियों के समझाने के बाद ही वहां इकट्ठे लोगों को शांत किया गया। जिला शाखा प्रबंधक की ओर से इस संदर्भ में पुलिस थाना संगड़ाह में आरोपी के खिलाफ 4.2 करोड़ रुपये के गबन की शिकायत दर्ज करवाई गई है. यह राशि इससे कहीं ज्यादा हो सकती है, क्योंकि अभी बैंक प्रबंधन सारे दस्तावेजों की जांच कर रहा है.
बताया जा रहा है कि सहायक प्रंबधन ने लोगों की एफडी की राशि में गड़बड़ी की है। कई लोगों ने 20 से 25 लाख रुपये की एफडी जमा कर रखी थी। लेकिन एकाउंट में अब उन्हें 0 बैलेंस शो हो रहा है।
राज्य सहकारी बैंक के जिला प्रबंधक प्रियदर्शन पांडे ने बताया “प्रारंभिक जांच में नौहराधार बैंक शाखा में सहायक प्रबंधक रहे व्यक्ति ने लोन, एफडीआर लिमिट और केसीसी में 4 करोड़ रुपये से अधिक का गबन किया है. संबंधित कर्मचारी को सस्पेंड किया गया है. साथ ही आरोपी के खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया गया है. मामले की सारी जांच की जा रही है.”
वहीं, पुलिस थाना संगड़ाह प्रभारी बृजलाल मेहता ने बताया “पुलिस टीम मामले की जांच में जुटी है. बैंक प्रबंधन की और से सारे दस्तावेज मिलते ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.”
बैंक प्रबंधन को जैसे ही गबन के बारे में जानकारी मिली तो सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश को निलंबित कर उसको हेड क्वार्टर शिमला भेज दिया गया है.
बताया जा रहा है कि बैंक प्रबंधन को बीते 3 अगस्त को गबन के बारे में पता चला. करीब एक सप्ताह तक बैंक प्रबंधन ने खुद मामले की छानबीन की. इसके बाद 10 अगस्त को संगड़ाह पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया. इसके बाद बीते सोमवार और आज मंगलवार को हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक मुख्यालय शिमला की टीम ने मौके पर पहुंच बैंक के सारे दस्तावेजों की जांच की. अभी तक 4 करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया है.