मंडी जिले के बालीचौकी उपमंडल के वरिष्ठ ग्रामीण देवता बड़ा देओ छमाहूं अपने हजारों देवलुओं के साथ शुक्रवार को मंडी पहुंचे तो पूरा शहर देव धुनों से गूंज उठा. इस ग्रामीण देवता की बड़ी मान्यता है और इसे इलाके में सबसे बड़ा देवता माना जाता है. यही कारण है कि इसके साथ हजारों देवलु चलते हैं.
पैदल मंडी पहुंचे बड़ा देव छमाहूं दर्जनों देव यंत्रों की ध्वनि पर नाचते गाते देवलुओं के साथ जब शुक्रवार शाम मंडी पहुंचे तो लोग उनका आशीर्वाद लेने और इस अद्भुत नजारे को अपने अपने मोबाइल में कैद करने के लिए सड़कों किनारे खड़े हो गए. हजारों की तादाद में नाचते गाते देवलुओं के साथ शहर में प्रवेश करने पर कई बार यातायात जाम हो गया. यही नहीं देवता ने पुराने सुकेती पुल से होकर गुजरने का फरमान जारी किया और वह पुल के पार अड़ गए.
किसी बात को लेकर नाराज हुए देवता की पालकी लगभग 20 मिनट तक सुकेती पुल के उस पार ही खड़ी रही. इसके बाद किसी तरह से मान मनौव्वल हुआ तो शहर में अपने उस भक्त जिसके बुलावे पर पर आए हैं वहां के लिए रवाना हो गए. उनके आने से पूरा शहर घंटों तक देव धुनों से गूंजते हुए देवमयी हो गया.