पंजाबी बाइकरों व पर्यटकों की दादागिरी थमने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार सुबह करीबन दस बजे पंजाब के बाइकर सवारों ने मंडी शहर के पड्डल में नेशनल हाइवे पर गुरूद्वारा के पास एक लड़की जो पड्डल में लाइब्रेरी से इंपलाईमेंट एक्सचेंज के पास स्थित योगा केंद्र के लिए जा रही थी तथा फोन पर बात करते हुए सड़क किनारे चली हुई थी, पर अचानक बाइक सवार ने झपटा मारा और फोन छीन कर पंडोह कुल्लू की ओर भाग गए।
मिली जानकारी के अनुसार सलौनी पुत्री सुरेश शर्मा पुरानी मंडी रोजाना की तरह पड्डल में लाइब्रेरी आई थी और वहां से फ्री होकर कुछ ही दूरी पर स्थित योगा केंद्र जा रही थी। जैसे ही पड्डल गुरूद्वारा के सामने एनसीसी कार्यालय के उपर सड़क के किनारे चली हुई थी तथा मोबाइल को कान में लगाकर किसी से बात कर रही थी तो एक बाइक वहां पर कुछ धीमी हुई, चालक ने हेलमेट व पीछे बैठे व्यक्ति ने पटका बांध रखा था.
चालक ने एकदम से उसका फोन छीना और तेजी से पंडोह कुल्लू की ओर भाग निकले। हक्की बक्की रही लड़की ने तुरंत वहां मौजूद स्कूटी सवार से मदद मंागी, पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, पीछा भी किया मगर ये बदमाश भाग निकले। सीसीटीवी कैमरे भी देखे गए, जिसमें सुबह 9 बजकर 52 मिंट पर यह घटना हुई है।
कैमरे में बाइक की नंबर प्लेट भी मुड़ी हुई नजर आई, केवल पीबी 31 का अंक ही दिख रहा है। सुरेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने शिकायत कर दी गई है। ओपो का महंगा आई फोन है जिसकी कीमत लगभग 39 हजार है। पुलिस ने मोबाइल की मदद से बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। इस घटना से एक बार फिर से मंडी में सनसनी है।
मंगलवार को पंजाब से आए बदमाशों ने यहां स्थानीय लोगों के साथ झगड़ा किया था। कुछ दिन पहले बिंदरावणी चेक पोस्ट के पास हेत राम पटयाल की घर के सामने खड़ी स्कूटी को उड़ा कर ले गए, जो अभी तक भी नहीं मिली, उससे पहले जोगिंदरनगर के एहजू में एक छात्रा का पर्स छीन कर उसे घसीटते हुए ले गए थे।
हाल ही में पधर के पास भी इसी तरह की छीनाछपटी हुई थी। इन मामलों में आरोपियों को पकड़ा भी जा चुका है मगर यह छीनाछपटी का सिलसिला कानूनी दृष्टि से बेहद खतरनाक है। ऐसे में नेशनल हाइवे का एक बड़ा हिस्सा मंडी शहर से होकर गुजरता है जिस पर महिलाएं, बच्चे व अन्य लोग पैदल चलते हैं जिनके पास मोबाइल, अंगूठी, चेन आदि अक्सर होती है।
फिल्मी स्टाइल में हो रही इस छीनाछपटी ने कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। इस मार्ग पर बाइकरों का यातायात नियमों को धता बताकर दौड़ना आम हो गया है जो हर वक्त किसी ने किसी हादसे को न्यौता दे रहा है। इसे लेकर पुलिस को गंभीर कदम उठाने की जरूरत है।