देव भूमि के देवी देवताओं ने भी युवा विरोधियों की युवा रैली को पूर्ण रूप से धो डाला. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि अग्निपथ जैसी युवा विरोधी योजना लाने वालों तथा पुलिस भर्ती के पेपर बेचने वालों की युवाओं को जुमले सुनाने वाली जनसभा पर कुदरत की मार तथा इस कार्यक्रम से युवाओं की विमुख्ता ने यह साबित कर दिया कि अब भाजपा सरकार की विदाई का समय नजदीक है.
मुख्यमंत्री एवं सरकार की छवि और शाख पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है, मुख्यमंत्री स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह के नाम से इतने खौफजदा हैं. कांग्रेस पार्टी के पोस्टर में उनकी फोटो देखकर उनके दिल की धड़कन अनायास ही तेज होती जा रही है और घबराहट में उनके विषय में भी बयानबाजी कर रहे हैं.
प्रेम कौशल ने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह प्रदेश की जनता और कांग्रेस पार्टी के लिए आइकॉन हैं और उनके द्वारा प्रदेश के कोने-कोने में किया गया अथाह विकास कांग्रेस पार्टी के लिए एक मॉडल होने के साथ-साथ पार्टी को ताकत देने वाला एक गौरव सवर्णिम इतिहास भी है.
वहीं, मुख्यमंत्री अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में वीरभद्र सिंह के व्यक्तित्व का अंशमात्र भी अपनी कार्य प्रणाली में परिलक्षित नहीं कर पाए. इसी वजह से आज प्रदेश के चुनावों में भाजपा मुख्यमंत्री तथा सरकार की छवि के आधार पर चुनाव लडने की बजाए.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जुमलों तथा चूटकुलों के सहारे अपनी डूबती नैया को पार लगाने का असफल प्रयास कर रही है. लेकिन यह तय है कि हिमाचल में रिवाज नहीं बल्कि सरकार बदलने जा रही है.