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सचिवालय के बाहर दिव्यांगों का संघर्ष तेज — आत्मदाह की चेतावनी

➤ ब्लाइंड पर्सन एसोसिएशन ने सचिवालय के बाहर चक्का जाम की कोशिश की, पुलिस व प्रशासन से नोकझोंक
➤ DSP अमित ठाकुर और SDM ओशिन शर्मा के साथ कहासुनी, अधिकारी के व्यवहार पर सवाल
➤ मांगें न माने जाने पर CM कार्यालय के बाहर आत्मदाह की चेतावनी


हिमाचल प्रदेश सचिवालय के बाहर ब्लाइंड पर्सन एसोसिएशन ने बुधवार को एक बार फिर चक्का जाम करने की कोशिश की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच हल्की नोकझोंक हुई। प्रदर्शनकारियों के सड़क पर बैठने की कोशिश करते ही पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिसके चलते DSP अमित ठाकुर से तीखी बहस हो गई।

मौके पर मौजूद अधिकारियों के कथित व्यवहार पर सवाल उठने लगे हैं। आरोप है कि DSP अमित ठाकुर ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उन्होंने आवाज़ ऊंची की, तो उनकी धड़कनें रुक जाएंगी। उधर, SDM ओशिन शर्मा भी प्रदर्शनकारियों को ‘बुद्धु’ न समझने की बात कहती हुई सुनी गईं।

प्रदर्शनस्थल पर मौजूद कुछ लोगों के पास तेजधार हथियार होने का आरोप भी लगा है, जिसकी जांच की जा रही है। दिव्यांग संगठन के सदस्यों का कहना है कि दो साल और 40 दिन से आंदोलन चल रहा है लेकिन सरकार बार-बार झूठे आश्वासन दे रही है।

ब्लाइंड पर्सन एसोसिएशन के सदस्य राजेश ठाकुर ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, तो वे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कार्यालय के बाहर आत्मदाह करेंगे। उन्होंने बताया कि गुरुवार को इस मामले पर अदालत में सुनवाई भी निर्धारित है और इसके बाद भी समाधान न निकला तो उग्र कदम उठाना पड़ेगा।

“सरकार हमारी बात नहीं सुन रही। दो साल 40 दिन आंदोलन हो गया, बार-बार वार्ता हो रही है लेकिन समाधान नहीं निकल रहा। अगर सरकार ने मांगें नहीं मानी, तो हम CM दफ्तर के बाहर आत्मदाह करेंगे।”

– राजेश ठाकुर, सदस्य, ब्लाइंड पर्सन एसोसिएशन