हमीरपुर जिला में एक करोड़ 90 लाख रुपए के पेंडिंग विद्युत बिलों की उपभोक्ताओं से रिकवरी करने में विद्युत बोर्ड के अधिकारियों के साथ खड़े हो गए हैं. नोटिस पर नोटिस भेजे जा रहे हैं लेकिन यह सब इन उपभोक्ताओं को बेअसर साबित हो रहे हैं.
हालत यह है कि सबसे ज्यादा पेंडिंग बिलों की रिकवरी सरकारी दफ्तरों से एक करोड़ से ज्यादा की पेंडेंसी की जानी है वहीं, घरेलू उपभोक्ताओं की पेंडेंसी लाखों में चल रही है. जिन्हें बार-बार नोटिस जारी किया गया.
हमीरपुर मंडल के एस ई विद्युत विभाग रंजन गुप्ता ने कहा कि हमीरपुर मंडल में बिजली ना चुकाने वाले लोगों का विभागों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने दिल समय पर नहीं जमा कराया है. उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं मगर मेडिकल कॉलेज के कनेक्शनों को काटने के लिए सरकार से जब तक परमिशन नहीं मिल जाती. तब तक वह ऐसा नहीं कर सकते हैं.
उन्होंने बताया कि मंडल में सबसे ज्यादा 77 लाख रुपए के बिलो की पेंडेंसी डॉ राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की है. मेडिकल कॉलेज में पिछले 1 साल से बिजली का बिल नहीं चुकाया है. विद्युत बोर्ड द्वारा पिछले 1 साल से बिल भरने को लेकर नोटिस मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को दिए जा रहे हैं.
इस पर कुछ नहीं हो पाया है और बोर्ड के अधिकारियों ने शिमला हेडक्वार्टर में इस सारे मामले को लेकर लेटर लिखा है. इसके अलावा घरेलू उपभोक्ताओं के करीब 34 लाख रुपए वेबसाइट उपभोक्ताओं के 46 लाख रुपए आईपीएच के 32 लाख रुपए दूसरे सरकारी विभागों के 63 लाख टेंपरेरी मीटर के ₹9 लाख रुपए प्रमुखता से शामिल है.
बोर्ड द्वारा सख्ती ने करने का ही नतीजा है कि हर महीने पेंडिंग बिलों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.
विद्युत डिवीजन हमीरपुर के एसइ रंजन गुप्ता का कहना है कि जिन सरकारी दफ्तरों के बिल पिछले लंबे समय से पेंडिंग चल रहे हैं. उन सभी को नोटिस भेजे गए हैं इन्हें जल्द से जल्द बिल भरने को कहा गया है.
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर काफी काफी बड़ा बिल पिछले लंबे समय से पेंडिंग चल रहा है. इस बाबत अधिकारियों को अगली कार्रवाई करने के लिए बता दिया गया है. उन्होंने सभी उपभोक्ता समय पर बिल भरने का आह्वान किया ताकि दिक्कत ना हो साथ ही जिन उपभोक्ताओं को नोटिस जारी हुए हैं. और उन्होंने बिल नहीं भरा है उनके कनेक्शन जल्द काट दिए जाएंगे.