उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित लड़की के साथ हुए गैंगरेप के मौत ने समूचे देश को हिलाकर रख दिया है। इस शर्मनाक घटना के बाद फिर देश में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस घटना के बाद नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने ‘क्राइम इन इंडिया’ 2019 रिपोर्ट जारी की है। जिसके आंकड़े चोंकाने वाले है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर 16 मिनट में एक महिला के साथ बलात्कार होता है।
हर चार घंटे में एक महिला की तस्करी की जाती है और हर चार मिनट में एक महिला अपने ससुराल वालों के हाथों क्रूरता का शिकार होती है। साल 2019 में के आंकड़ों पर नज़र दौड़ाएं तो भारत में औसतन रोजाना 87 रेप के मामले सामने आए। 2020 के शुरुआती नौ महीनों में महिलाओं के खिलाफ अब तक कुल 4,05, 861 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं।
हर घंटे दहेज के कारण एक मौत हो जाती है। 2019 तक भारत में हर 1 घंटे 13 मिनट में एक महिला दहेज के कारण मौत के घाट उतार दिया जाता है। इतना नहीं 2 या 3 दिनों में एक लड़की पर एसिड अटैक का शिकार होती है। इन मामलों अधिकांश ‘पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता’ के मामले होते ही जो कि 31 फ़ीसदी हैं।