लॉकअप हत्याकांड के बाद गुड़िया गैंगरेप और मर्डर केस में भी SIT सीबीआई के जांच दायरे में आ गई है। सूत्रों के अनुसार SIT ने गुड़िया मामले को लेकर जो थ्योरी बनाई है, वह सीबीआई छानबीन में सही नहीं पाई जा रही है। इसके तहत जिन 6 आरोपियों को SIT ने इस केस में पकड़ा था, उनके खिलाफ सीबीआई को ऐसे साक्ष्य जांच में नहीं मिले हैं जिससे उन्हें मुजरिम ठहराया जा सके।वहीं, सीबीआई ने SIT द्वारा पकड़े गए कथित आरोपियों के विभिन्न तरह के फौरेंसिक टैस्ट करवाए थे लेकिन टैस्ट रिपोर्टों में उनके खिलाफ कोई दमदार साक्ष्य सामने नहीं आए हैं।
CBI 5 महीनों से मामले की जांच में जुटी
इस मामले का पर्दाफाश करने के लिए सीबीआई की टीम 80 से अधिक लोगों के ब्लड सैंपल ले चुकी है। इसके साथ ही दर्जनों लोगों से भी पूछताछ की जा चुकी है, बावजूद इसके अभी तक गुड़िया केस में सीबीआई ने कोई गिरफ्तारी नहीं की है। देश के सर्वोच्च जांच एजैंसी सीबीआई पिछले करीब 5 माह से उक्त मामले की जांच में जुटी हुई है। इसके तहत जांच टीम को कुछ साक्ष्य भी हाथ लगे हैं लेकिन अभी उनके दम पर अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
SIT ने गलत तरीके से हिरासत में रखा
सीबीआई जांच में सामने आया है कि SIT ने मामले की जांच के तहत 2 युवकों को शक के आधार पर पकड़ा और उन्हें 3 दिनों तक गलत तरीके से हिरासत में रखा। इसके साथ ही जांच में कई अन्य खुलासे भी हुए।
20 को पेश होगी स्टेटस रिपोर्ट
गुड़िया केस में सीबीआई 20 दिसम्बर को उच्च न्यायालय में अपनी स्टेटस रिपोर्ट पेश करेगी। ऐसे में सीबीआई हर तथ्यों को बारिकी से खंगाल रही है।