एक ओर सरकार पंचायतों के उत्थान के लिए हर साल लाखों रूपये खर्च करती है तो दूसरी ओर निम्न गुणवत्ता के काम की शिकायतें भी सामने आ ही जाती हैं। जिला चम्बा के भटियात उपमंडल में भी ऐसी ही शिकायत सामने आई है। यहां निर्माण के 2 महीने बाद ही डंगे गिर गए। उधर सम्बंधित वार्ड सदस्य की मानें तो सूखा डंगा होने के चलते गिरा है। सवाल यह कि क्या लाखों के बजट से हुआ काम तीन माह भी न निकाल पाया। उपमंडल की ग्राम पंचायत कथेट के द्रुमा वार्ड में मनरेगा के तहत किए गए कार्य की गुणवत्ता को लेकर स्थानीय युवा पवन सिंह ने खण्ड विकास कार्यालय को शिकायत सौंपी।
बीडीओ भटियात को सौंपी शिकायत में कहा कि कथेट पंचायत के वार्ड नम्बर 5 के अंतर्गत द्रुमा में 2 महीने बाद ही राम लीला मैदान के साथ जो डंगा लगाया था, वह बारिश के कारण गिर गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार इससे सरकार को लगभग 1 लाख 80 हजार की चपत लग गई है। उसने बताया है कि इस डंगे के गिरने के कारण मैदान भी खराब हो चुका है। उसने कहा कि इस काम को करवाते समय तयशुदा मानकों की अनदेखी की गई है और कार्य की गुणवत्ता की तरफ ध्यान न देने से नुकसान हुआ है।
उसने अपने शिकायत पत्र के माध्यम से मांग की है कि मनरेगा के तहत करवाए इस कार्य की जांच की जाए और इस बात को भी बताया जाए कि आखिरकार यह डंगा 2 महीने के उपरांत ही कैसे गिर गया। बकौल पवन इसके गिरने के कारण जो नुकसान हुआ है, उसे भी सार्वजनिक किया जाए। शिकायतकर्ता ने फिर से डंगे का निर्माण करवाने और घटिया कार्य करवाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की गुहार लगाई है।
जब इस संदर्भ में खंड विकास अधिकारी अनुराग चंद्र शर्मा से संपर्क करने पर उन्होंने शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए मामले की जांच करवाई जाएगी। लिहाज़ा अब देखना यह है कि विभाग कब इस मामले की जांच शुरू करता है।