हिमाचल प्रदेश का चंबा शहर अपनी खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया भर में मशहूर है और यहां के खूबसूरत मैदान और और मंदिर इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाते है. चंबा चौगान चंबा का दिल माना जाता है और इसका भी पुराना इतिहास है राजाओं के समय में चंबा चौगान की स्थापना हुई थी.
इंग्लैंड जैसे खेल जगत के महान देशों ने भी चंबा के चौगान में अपने जमाने में खूब क्रिकेट मैच खेले है. चंबा के ऐतिहासिक चौगान में अंत राष्ट्रीय मिंजल मेले का आयोजन हर साल होता है और उसके बाद कई तरह की खेल गतिविधियां होती रहती है.
हालंकि, उसके बाद चंबा चौगान की मरम्मत होने के बाद इस खुबसूरत चौगान को पांच महीने के लिए बंद कर दिया जाता है. इस बार भी पहली दिसंबर से चंबा के चौगान को बंद कर दिया जाएगा. और अगले साल पंद्रह अप्रैल को खोला जाएगा.
क्योंकि इस चौगान की मरम्मत के चलते जिला प्रशासन ने इसे बंद करने का फैसला किया है जब चौगान बंद रहता है. तो इसमें हरी घास उगती है और उससे चंबा की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं. हालंकि जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि लोग अपना सहयोग जरूर दें.
वहीं, दूसरी और चंबा जिला के डीसी दुनी चंद राणा ने कहा की मुरम्मत के चलते चंबा चौगान को पहली दिसंबर से बंद किया जा रहा है और अगले साल 15 अप्रैल को खोला जाएगा. उसके लिए लोगो से अपील की गई है कि लोग प्रशासन का सहयोग करें. डीसी ने कहा है की जब चौगान बंद रहता है. तो चौगान में उगती हरी भरी घास से शहर की खूबसूरती और बढ़ती है.