शिमला में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत बनने जा रही ढली की 147 मीटर लंब सुरंग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को ढली की नई डबल लेन सुरंग की आधारशिला रखी। 147 मीटर लंबी इस नई डबल लेन सुरंग का निर्माण 49 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। सुरंग के बनने से एक तरफ जहां यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी तो वहीं दूसरी और इस मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही और सुगम हो सकेगी। यह सुंरग शिमला जिला के कसुम्पटी और शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्रों को आपस में जोड़ेगी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार शिमला के प्राचीन वैभव को बनाए रखने के लिए कृतसंकल्प है और इसके लिए शिमला स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत शहर में विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं, ताकि लोगों को इनका समुचित लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि शिमला शहर का निरंतर विकास होने से इसका व्यापक विस्तार हुआ है और ऐसे में प्रभावी यातायात प्रबन्धन के लिए ठोस कदम उठाना आवश्यक हो जाता है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत सभी कार्य तीव्र गति से पूर्ण हों। उन्होंने कहा कि हालांकि यह परियोजना वर्ष 2016 में प्रारम्भ की गई थी, परन्तु इसने वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में ही गति पकड़ी है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर के लिए 70 करोड़ रुपये की लागत की पेयजल आपूर्ति योजना रिकॉर्ड समयावधि में पूर्ण करके शहर में पेयजल संकट की समस्या का निराकरण किया गया है। शहर के लिए 1813 करोड़ रुपये की एक नई पेयजल आपूर्ति परियोजना भी तैयार की जा रही है जिसका कार्य पूर्ण होने पर शहर में आगामी 100 वर्षों तक पानी की समस्या का हल हो सकेगा।
Free health camp Sujanpur: प्रयास संस्था के माध्यम से पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद अनुराग…
Blog: Shivanshu Shukla Kangra Airport flight disruptions: देश विदेश के सैलानियों के लिए आकर्षण और…
DigiLocker issues for disabled: मंडी के बाबा भूतनाथ मंदिर परिसर में शनिवार को हिमालयन दिव्यांग…
Himachal Technical University convocation: हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय, हमीरपुर का पांचवां दीक्षांत समारोह राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी…
PWD Multi-Task Workers ₹5000: हिमाचल प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण विभाग में नियुक्त करीब 4,800…
कांगड़ा एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक डिसड्रोमीटर से मौसम अध्ययन को मिलेगा नया आयाम भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम…