-
कोषागार की अव्यवस्था और भुगतान में देरी पर बिक्रम ठाकुर का सरकार पर तीखा हमला
-
ठेकेदारों को भुगतान न मिलने से सैकड़ों निर्माण कार्य ठप
-
भाजपा ने दी चेतावनी, ठेकेदारों की आवाज़ उठाने के लिए सड़कों पर उतरने की बात
धर्मशाला, 8 मई 2025 — हिमाचल प्रदेश में निर्माण कार्यों की रफ्तार थमने और ठेकेदारों को भुगतान न मिलने को लेकर पूर्व उद्योग मंत्री एवं जसवां परगपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार की प्रशासनिक निष्क्रियता और कोषागार व्यवस्था की विफलता ने प्रदेश के विकास कार्यों को गहरी चोट पहुंचाई है।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में सड़कों, भवनों, जल जीवन मिशन, स्वास्थ्य और शिक्षा परियोजनाओं सहित कई बुनियादी ढांचे के निर्माण कार्य ठप पड़े हैं क्योंकि ठेकेदारों को समय पर भुगतान नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि कोषागार की कार्यप्रणाली इतनी अस्त-व्यस्त है कि निष्पादित कार्यों की भुगतान फाइलें महीनों तक लंबित रहती हैं।
पूर्व मंत्री ने कहा, “यह केवल ठेकेदारों के अधिकारों का हनन नहीं, बल्कि प्रदेश के विकास को बाधित करने वाली स्थिति है। जब मेहनताना समय पर नहीं मिलेगा तो कार्य कौन करेगा?”
उन्होंने सरकार पर झूठे प्रचार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि धरातल पर स्थिति चिंताजनक है, जबकि सरकार सिर्फ घोषणाओं और विज्ञापनों के माध्यम से विकास का भ्रम फैला रही है।
बिक्रम ठाकुर ने मांग की कि सरकार तुरंत कोषागार व्यवस्था में सुधार करे, सभी लंबित भुगतानों का समयबद्ध निपटारा सुनिश्चित करे और भविष्य में ऐसा ढांचा तैयार करे जिससे कार्य पूर्ण होने के बाद किसी ठेकेदार को भुगतान के लिए भटकना न पड़े।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाए, तो भाजपा ठेकेदारों और प्रभावित लोगों की आवाज को सड़कों तक ले जाने में पीछे नहीं हटेगी।