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स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और आधुनिकीकरण पर सरकार खर्च कर रही है 1350 करोड़ रुपये
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नर्सों की भर्ती में कोरोना काल में सेवा देने वालों को मिलेगा विशेष अवसर
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सीएम ने आईजीएमसी और चमियाणा अस्पताल के फैकल्टी से किया संवाद, रोबोटिक सर्जरी जल्द शुरू
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार शाम आईजीएमसी शिमला और अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशिलिटी, चमियाणा की फैकल्टी के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गहन संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को आधुनिक और सुदृढ़ बनाने के लिए 1350 करोड़ रुपये की राशि मेडिकल टेक्नोलॉजी पर खर्च कर रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों में 20 साल से अधिक पुरानी मशीनों और उपकरणों को एक साल के भीतर बदला जाएगा। इसके साथ ही, टांडा मेडिकल कॉलेज और चमियाणा अस्पताल में दो माह के भीतर रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू की जाएगी। सभी मेडिकल कॉलेजों में थ्री टेस्ला MRI मशीनें भी चरणबद्ध तरीके से लगाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे मरीजों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। वर्तमान सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए नई योजनाओं पर काम शुरू किया है।
नर्सों की भर्ती को लेकर मुख्यमंत्री ने अहम घोषणा की कि कोरोना काल में सेवाएं देने वाली नर्सों को भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और टेक्नीशियनों की भी भर्ती की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप डॉक्टर-रोगी और नर्स-रोगी अनुपात सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के प्रमुख अस्पताल आज केवल रेफरल सेंटर बनकर रह गए हैं, इन्हें पूर्ण उपचार केंद्र के रूप में विकसित करना जरूरी है। IGMC शिमला के उन्नयन के लिए सरकार पहले ही 100 करोड़ खर्च कर चुकी है और 200 करोड़ और दिए जाएंगे। हॉस्टल, पार्किंग और मरीजों की सुविधा के लिए भी बजट आवंटित किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री कर्नल (डॉ.) धनी राम शांडिल ने इस संवाद कार्यक्रम को स्वास्थ्य सेवाओं के उन्नयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मेडिकल एजुकेशन और मशीनों के आधुनिकीकरण पर गंभीरता से कार्य कर रही है, ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समान रूप से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों।
स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी ने सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों की विस्तृत जानकारी दी और भविष्य की योजनाओं को भी साझा किया।