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धनतेरस विशेष: कैसे करें कुबेर यंत्र की पूजा और क्या हैं नियम?

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Dhanteras 2024: धनतेरस का त्योहार दिवाली के पावन पर्व का पहला दिन होता है और यह धन, स्वास्थ्य, और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस अवसर पर लोग सोना, चांदी, बर्तन और धातु से बनी वस्तुओं की खरीदारी करते हैं। मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई चीजें घर में धन और समृद्धि लाती हैं और जीवन से सभी प्रकार की परेशानियां दूर होती हैं। इसे “धन त्रयोदशी” के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, कुबेर देवता और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है।

धनतेरस के दिन जो लोग कुबेर यंत्र की स्थापना करना चाहते हैं, उनके लिए पूजा की विधि और इसके कुछ खास नियमों का पालन करना लाभदायक होता है………….

  • सबसे पहले, पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।

  • कुबेर यंत्र को साफ चौकी पर उत्तर या पूर्व दिशा में स्थापित करें

  • यंत्र के सामने दीपक जलाएं और धूप दिखाएं।

  • फल, मिठाई और फूल अर्पित करें

  • साथ ही, “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्य अधिपतये धनं प्रदाय स्वाहा” मंत्र का जाप करें और पूजा के अंत में आरती करें


धनतेरस पर कुबेर यंत्र रखने के कुछ नियम भी हैं: पूजा करते समय सफेद कपड़े पहनें, यंत्र तांबे या सोने का होना चाहिए और इसे जमीन पर न रखकर ऊंचाई पर, जैसे कि चौकी या मंदिर में रखें। यंत्र को तिजोरी में रखना लाभकारी माना जाता है, और साथ ही अपने पर्स में कुबेर यंत्र की तस्वीर रखने से भी विशेष लाभ होता है।