प्रदेश के आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के दामाद संजीव भंडारी ने लोक निर्माण विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंत्री के ठेकेदार दामाद विभाग के धर्मपुर कार्यालय में कल से धरने पर बैठ गए हैं। कार्यों की मोटी रकम की अदायगी न होने पर अनिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठने का ऐलान कर दिया है।
ठेकेदार संजीव भंडारी का आरोप है कि उन्होंने विभागीय अधिकारियों को भुगतान के लिए बार-बार आग्रह किया लेकिन अधिकारियों ने इसे हर बार नजर अंदाज किया। इसलिए अब उन्हें थक कर धरने पर बैठना पड़ा है। लोक निर्माण विभाग के पास उनके करीब 8 करोड़ रुपये फंसे हैं। भंडारी का कहना है कि जब तक पेमेंट का भुगतान नहीं होगा तब तक वह धरने पर ही बैठें रहेंगे।
गौरतलब है कि ठेकेदार संजीव भंडारी ने इलाके की प्रौण रांगड़ खडून वायां सकलाना खनौड़, सनौर फिहड़ सड़क, गवैला छेज कनूही सड़क, राख धलौण सधोटी सड़क, टौरखोला कून कमलाह सड़क,कोठुवां चतरौण नेरी सड़क और टीहरा सब डिविजन की विभिन्न सड़कों के काम किए हैं। जिसका भुगतान लोक निर्माण विभाग ने अभी तक नहीं किया है। वहीं विभाग ने कई कार्य की लेट लतीफी के कारण उनसे वापिस ले लिए गए थे। जिनमें चतरौण बांह सडक व टोरखोला सडक है जिनके कार्य को जानबूझ कर लेट करने का आरोप भी स्थानीय लोग लगा चुके हैं।
लोक निर्माण विभाग मंडल धर्मपुर के अधिशासी अभियंता जयपाल नायक ने कहा कि बिल मिलने के बाद नियमानुसार भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पीएमजीएसवाई (PMGSY) से संबंधित कुछ मामले अधिकारियों को भेजे गए हैं, जिनकी मंजूरी के बाद ही भुगतान होगा।
हालांकि इस सारे मामले को जिला परिषद् / सीपीआई नेता भुपेंद्र सिंह ने राजनीतिक ड्रामा करार दिया। भुपेंद्र सिंह ने कहा कि धर्मपुर के सभी ठेकेदारों को मंत्री का सरंक्षण प्राप्त है वह मात्र दिखाने के लिए अपने दामाद को धरने पर बैठाया है। जबकि जांच तो यह होनी चाहिए कि एक मंडल में करोड़ों के कार्य एक ठेकेदार को कैसे आबटिंत किए गए। जबकि दो कार्यों से अधिक कार्य नियमों के विपरित है। इससे स्पष्ट है कि धर्मपुर लोक निर्माण मंडल भी किस के इशारे से यह कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के धर्मपुर दौरे से पहले यह ड्रामा सिर्फ दिखावा मात्र है।