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NPS और UPS के खिलाफ कर्मचारियों का महायुद्ध, OPS बहाली तक जारी रहेगा आंदोलन

  • NPS और UPS के खिलाफ कर्मचारियों का  प्रदर्शन OPS बहाली तक संघर्ष जारी रहेगा

  • कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा केंद्र सरकार से OPS लागू करने की मांग

  • 1 मई 2025 को जंतर मंतर पर धरने की घोषणा आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर तेज करने की चेतावनी


NPS and UPS Protest: नई पेंशन योजना (NPS) और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के खिलाफ  कर्मचारियों का विरोध अब तेज होता जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के अराजपत्रित कर्मचारी संघ के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और जमकर प्रदर्शन किया। मंंडी, सिरमौर समेत प्रदेश भर में कर्मचारियों ने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता और उपायुक्त मंडी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा

प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल नहीं किया गया, तो यह आंदोलन और तेज होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने OPS लागू कर मिसाल पेश की है, लेकिन केंद्र सरकार अब भी कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है


कर्मचारियों का कहना है कि NPS और UPS के तहत उनकी मेहनत की कमाई निजी कंपनियों के हाथों में जा रही है, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने सरकार से स्पष्ट रूप से मांग की कि OPS को राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया जाए। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि कर्मचारी किसी भी कीमत पर UPS जैसी पेंशन योजना को स्वीकार नहीं करेंगे

प्रदर्शनकारियों ने सरकार से यह भी मांग की कि एनएसडीएल (NSDL) में कर्मचारियों और राज्य सरकार द्वारा दिया गया ₹12000 करोड़ से अधिक का अंशदान वापस किया जाए। उन्होंने कहा कि इस राशि को राज्य सरकार और कर्मचारियों को लौटाया जाए ताकि कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा मिल सके

महासंघ ने चेतावनी दी है कि अगर केंद्र सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो 1 मई 2025 को NMOPS (नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम) के नेतृत्व में जंतर मंतर, दिल्ली में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा

अब देखने वाली बात होगी कि केंद्र सरकार इस विरोध को किस दृष्टि से देखती है और क्या कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान देती है या नहीं। लेकिन एक बात साफ है—यह लड़ाई अब थमने वाली नहीं