कहते हैं जो दूसरों के लिए खाई खोदता है वह खुद ही उस खाई में गिर जाता है। कर्म का चक्र एक दिन सबको भोगना पड़ता है। ऐसा ही मामला कोटखाई में देखने को मिला। उपमंडल के गिरी खड्ड में मछली मारने गए पिता और पुत्र की करंट लगने से मौत हो गई।
यह हादसा उसे समय हुआ जब दोनों ने खंबे से तार जोड़कर मछली मारने के लिए उसे खड्ड में फेंका। इसी दौरान दोनों को करंट लग गया और उनकी मौत हो गई। अगले दिन सुबह के समय दोनों को शवों को स्थानीय लोगों ने खड्ड में देखा, इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को हवाले कर दिया है।
जानकारी के अनुसार पिता और पुत्र नेपाली मूल के हैं सोमवार को मछली मारने के लिए गिरी खड्ड में आए थे। मछली मारने के लिए दोनों ने समीप के एक बिजली के खंभे से तार जोड़कर उसे पानी के बीच डाला, लेकिन इस दौरान करंट की चपेट में आ गए ।
डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया हैं।