जिला परिषद शिमला का कार्यकाल शुरू होने पर आज बचत भवन शिमला में प्रथम बैठक कार्यकारी जिला परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र रेटका की अध्यक्षता में आयोजित की गई। सुरेन्द्र रेटका ने बताया कि जिला परिषद के सभी सदस्य विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करें ताकि वह सदस्य अपने क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास सुनिश्चित कर सके। उन्होंने बताया कि सभी सदस्य अपनी क्षेत्र की समस्याओं को जिला परिषद कार्यालय तथा जिला पंचायत कार्यालय को समय रहते भेजना सुनिश्चित करें ताकि उन समस्याओं का निवारण किया जा सके।
इस अवसर पर उपस्थित अतिरिक्त उपायुक्त शिमला अपूर्व देवगन ने बताया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य समस्त नव निर्वाचित सदस्यगणों को जिला परिषद कार्य प्रणाली के बारे में अवगत करवाना था। उन्होंने बताया कि जिला परिषद शिमला के पिछले कार्यकाल के लिए लगभग 6 करोड़ रुपये की राशि 15वें वित्त आयोग से प्राप्त हुई थी तथा इस जिला परिषद कार्यकाल के लिए 6 करोड़ तथा इससे ज्यादा राशि उपलब्ध होने की उम्मीद की जा रही है।
जिला पंचायत अधिकारी विजय बरागटा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन करते हुए जिला परिषद सदस्यों को मूल बातों के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि जिला परिषद शिमला में कुल 47 सदस्य को शामिल किया गया है, जिसमें से 24 निर्वाचित सदस्य, 2 लोक सभा, 1 राज्य सभा, 8 विधानसभा और 12 पंचायत समिति सदस्यों को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला परिषद की साल में 4 बैठके आयोजित की जानी अनिवार्य है, जिसका तीन महीनों के अंतराल में आयोजन करना होगा। इस अवसर पर उन्होंने सदन की होने वाली कार्यवाही के बारे में भी सदस्यगणों को अवगत करवाया।