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पूर्व जयराम सरकार ने बिना होमवर्क बनाई योजनाएं

DESK |

CM सुक्खू ने फैसलों को रिव्यू करने की दिखाई हिम्मत

शिमला। आयुष्मान भारत की तर्ज पर हिमाचल में शुरू हुई हिमकेयर योजना पर प्रदेश में सियासी बवाल मच गया है. सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने हिम केयर योजना को रिव्यू करते हुए इसे निजी अस्पतालों के लिए बंद कर दिया है. इसको लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. जयराम ठाकुर ने बयान दिया कि सरकार चुन-चुन कर भाजपा सरकार की योजनाओं को टारगेट कर रही है. अब मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने इस मामले पर भाजपा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पूर्व जयराम सरकार ने बिना सोचे समझे योजना बनाई. सरकार के समक्ष वित्तिय संकट है, ऐसे में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के हित में एक बड़ा फैसला लेने की हिम्मत दिखाई है.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि सरकार और प्रदेश के सामने भारी वित्तीय संकट है. पूर्व जयराम सरकार ने वित्तीय स्थिति की ओर ध्यान नहीं दिया और अपने सरकार के कार्यकाल में बिना होमवर्क के योजनाएं बनाई. उन्होंने हिम केयर योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश सरकार ने निजी अस्पतालों को 900 करोड़ चुकाने हैं. उन्होंने कहा कि कई निजी अस्पतालों से इस योजना के दुरुपयोग के मामले सामने आए हैं. इसके लिए एक नेक्सस काम कर रहा था. इस पर रोक लगाने का काम मुख्यमंत्री ने किया है. उन्होंने कहा कि इस फैसले से धन की बचत होगी जिसे प्रदेश के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा. नरेश चौहान ने कहा कि प्रदेश के हित में एक बड़े फैसले लेने की हिम्मत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिखाई है.

वहीं बरसात से प्रदेश में हो रहे नुकसान का क्रम जारी है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बादल फटने की घटनाएं दर्ज की जा रही है. इस पर नरेश चौहान ने कहा कि बादल फटने से कुल्लू मंडी शिमला में बड़ी आपदा आई है. उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री ने प्रभावितों के पास पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनी और फौरी राहत का शासन दिया. उन्होंने कहा कि अब तक का 50 के करीब लोग लापता है और रेस्क्यु ऑपरेशन जारी है.

उन्होंने कहा कि सरकार के मैनुअल के तहत प्रभावितों को मदद दी जाएगी. उन्होंने इस दौरान भाजपा सांसद कंगना रनौत पर भी निशाना साधा. नरेश चौहान ने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र के लोग संकट में है और उन्हें अपने लोगों के बीच होना चाहिए था. लेकिन उनका जो बयान सामने आया है, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि लोग अब कंगना रनौत के बयान को गंभीरता से नहीं लेते हैं. नरेश चौहान ने कहा की आपदा की खबरों से लोगों में डर का माहौल पैदा हो रहा है. इससे हिमाचल के पर्यटन कारोबार पर असर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सिर्फ कुछ स्थानों में दुर्घटनाएं हुई है, इसके अलावा पूरे प्रदेश में हालात सामान्य है. ऐसे में पर्यटक पूछताछ के बाद बेखौफ हिमाचल आ सकते हैं.