हिमाचल

मंडी जिले के जोगिंद्रनगर उपमंडल में पीलिया से चार लोगों की मौत

  • 241 पीलिया संक्रमित मरीज, 10 जुलाई को हुई थी पीलिया से पहली मौत

हिमाचल के मंडी जिले में पीलिया जानलेवा बन चुका है। जोगिंद्रनगर उपमंडल में पीलिया से चार लोगों की मौत से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पीलिया से पीड़ित लड़भड़ोल के सिमस गांव की रहने वाली 36 वर्षीय रानी देवी ने PGI चंडीगढ़ में रविवार देर शाम दम तोड़ दिया है

बताया जा रहा है कि रानी देवी का पति संतोष कुमार दिहाड़ी-मजदूरी का काम करता है। रानी देवी भी मनरेगा में मजदूरी करती थी। रानी देवी की दो बेटियां हैं-जिनमें से एक दिव्यांग है। रानी देवी की मौत से परिवार में दुखों का कहर टूट पड़ा है। जानकारी के अनुसार, रानी देवी पिछले एक माह से रानी पीलिया से पीड़ित थी। रानी आयुर्वेदिक कॉलेज पपरोला में अपना इलाज करवा रही थी। यहां से तीन-चार दिन पहले ही उसे टांडा रेफर किया गया। लेकिन यहां उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ते हुए देख अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने उसे PGIचंडीगढ़ रेफर कर दिया। यहां उसे ICU में भर्ती किया गया था, लेकिन देर शाम को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

आपको बता दें कि जोगिंद्रनगर में पीलिया का प्रकोप हर तरफ फैल रहा है। जोगिंद्रनगर अस्पताल में हर रोज पीलिया के मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। यहां से कुछ गंभीर मरीज टांडा मेडिकल अस्पताल, पालमपुर और बैजनाथ अस्पताल के लिए भी जोगिंद्रनगर से रेफर किए जा रहे हैं।

गौरतलब है कि बीते शनिवार को जोगिंद्रनगर शहर के लक्ष्मी बाजार में 24 वर्षीय युवक अरुण कुमार की पीलिया से मौत होई थी। इसके अलावा भडयाड़ा गांव की 19 साल की प्रशिक्षु नर्स शिल्पा की भी पीलिया के कारण ही मौत हुई थी। इससे पहले एक ITI छात्र की PGI चंडीगढ़ में पीलिया से मौत हो गई थी। जोगिंद्रनगर उपमंडल में कुल 241 पीलिया संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं।

इनमें से 155 उपचार लेकर अस्पताल से जा चुके हैं, जबकि 19 मरीज जोगिंद्रनगर से रेफर हुए हैं।
48 मरीज जोगिंद्रनगर अस्पताल के विभिन्न वार्डों में उपचाराधीन हैं। सोमवार को ओपीडी में 19 पीलिया के मरीज आए, जिन्हें चिकित्सीय सलाह दी गई है। जोगिंद्रनगर में पीलिया के मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार निगरानी कर रहा है और इसकी रिपोर्ट भी ली जा रही है।

विभाग की मानें तो जोगिंद्रनगर में पीलिया आउटब्रेक बीते 10 जुलाई को हुआ था।
मंडी से टीम ने दौरा किया और सिविल अस्पताल में आईपीडी और ओपीडी में मरीजों को लेकर जायजा लिया। फूड सैंपल भी भरे गए। दो मेडिसिन चिकित्सक भी मौके पर तैनात किए गए हैं।
सीएमओ डॉ. एनके भारद्वाज ने बताया कि जोगिंद्रनगर में पीलिया को लेकर पुख्ता इंतजाम किया गया है।

मंडी जिला का जोगिंद्रगनर उपमंडल का कुछ हिस्सा कांगड़ा जिले के बैजनाथ से भी सटा हुआ है। ऐसे में मरीज सीधे ही उपचार के लिए बैजनाथ व टांडा पहुंच रहे हैं। सीएमओ मंडी डाॅ. एनके भारद्वाज ने दोनों ही अस्पताल प्रबंधन से जोगिंद्रनगर से आ रहे मरीजों की सूचना देने का आग्रह किया है। ताकि इनकी पूरी जानकारी विभाग के पास रहे। इन मरीजों की भी विभाग की तरफ से निगरानी की जाएगी।

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