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बिलासपुरः फोक मीडिया के माध्यम से गिनवाई सरकार की उपलब्धियां

सुरेन्द्र जम्वाल, बिलासपुर |

सरकार की दो साल की उपलब्धियों को पंचायत स्तर पर जन-जन तक पहुंचाने के लिए इस विशेष प्रचार अभियान को  शुरू किया गया है। विभाग से संबद्ध नटराज कला मंच घुमारवीं के कलाकारों ने आज जिला बिलासपुर विकास खंड घुमारवीं की ग्राम पंचायत तड़ौन और बरोटा में सरकार की दो साल की उपलब्धियों की जानकारी दी। इस दौरान उन्होने स्थानीय लोगों का गीत, संगीत और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मनोरंजन करते हुए जनमंच कार्यक्रम, मुख्य मंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाईन-1100, आयुष्मान भारत और हिम केयर योजना, गृहिणी सुविधा योजना, सहारा योजना सहित अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही इन योजनाओं का लाभ उठाने का भी आह्वान किया।

इस अवसर पर कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जानकारी प्रदान करते हुए लोगों को बताया कि प्रदेश सरकार ने सामाजिक सेवा क्षेत्र को प्रदेश में सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की है। राज्य में 534578 पात्र लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है। वर्तमान सरकार के गठन के उपरांत सरकार ने बिना आय सीमा के वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को 80 साल से घटाकर 70 साल कर दिया है और वृद्धजनों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1300 से बढ़ाकर 1500  रूपये मासिक की गई है, 356563 वरिष्ठ जनों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है।

नाटक के माध्यम से बताया गया कि समाज के कमजोर आर्थिक स्थिति के परिवारों की लड़कियों के विवाह के लिए सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सहायता अनुदान को 40हजार रूपए से बढ़ाकर 51 हजार रुपए किया गया है। मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गृह निर्माण हेतु सहायता राशि को 1.30  लाख से 1.50 लाख रुपए किया गया है और बीपीएल की सभी श्रेणियों को  इस योजना में शामिल किया गया है।

इस अवसर पर कलाकारों ने बताया कि प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। योजना के तहत पांच लाख रूपये वार्षिक प्रति परिवार फ्री इलाज का प्रावधान किया गया है। ताकि कोई भी नागरिक बीमारी की स्थिति में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित ना रहे। इसके अलावा कैंसर, अधरंग, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, थैलेसीमिया और पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की देखभाल के लिए सहारा योजना शुरू की गई है। सहारा योजना के तहत रोगी को 2000 प्रतिमाह सहायता राशि प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। लोगों को पंचायत में होने वाली ग्राम सभाओं में उपस्थिति दर्ज करवाकर विभिन्न प्रकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।