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पटटा महलोग सीएचसी में मेडिकल स्टाफ की भारी कमी, 32 में से 22 पद खाली
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स्थानीय पंचायतों और ग्रामीणों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन, 10 दिन में नियुक्ति की चेतावनी
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स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित, मरीजों को बद्दी या अन्य अस्पतालों में जाना पड़ रहा
सोलन, हिमानी ठाकुर: जिला सोलन की दून विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पटटा महलोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में इन दिनों स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ‘राम भरोसे’ चल रही हैं। कारण है—मेडिकल स्टाफ की भारी कमी। कुल 32 पदों में से 22 पद खाली हैं, और 25,000 से अधिक की आबादी वाले इस पहाड़ी क्षेत्र में मरीजों को गंभीर असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय पंचायतों और ग्रामीणों ने इस लचर व्यवस्था के खिलाफ पंचायत सीमित मेला कमेटी के नेतृत्व में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान सरकार से 10 दिनों के भीतर सभी खाली पदों को भरने की मांग की गई। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि अगर तय समयसीमा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे चक्का जाम जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे।
प्रदर्शन में युवा, महिलाएं और बुजुर्ग बड़ी संख्या में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों में प्रज्ज्वल गुप्ता, आशीष शर्मा, मंजू शर्मा, प्रदीप गुप्ता, लकी गुरुमेल चौधरी, मान सिंह मेहता, विनोद शर्मा, दुर्गावती, पिंकी, पम्मी और श्रीकांत मैमोरियल अस्पताल, बद्दी के एमडी अंशु शर्मा जैसे कई प्रमुख लोग शामिल रहे।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि डॉक्टरों और अन्य स्टाफ की भारी कमी के कारण इलाज समय पर नहीं मिल पा रहा है। कई बार मरीजों को बद्दी या अन्य दूरदराज के अस्पतालों का रुख करना पड़ता है, जो विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होता है।
पंचायत सीमित मेला कमेटी द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, इस समय सीएचसी में केवल 10 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यह स्थिति न केवल जनस्वास्थ्य के अधिकार का उल्लंघन है, बल्कि सरकार की ग्रामीण क्षेत्रों के प्रति उपेक्षा को भी उजागर करती है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि 10 दिनों में स्थिति नहीं सुधरी, तो वे मजबूरन बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।