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प्रदेश में मानसून की बरसात से भारी तबाही, करीब 700 करोड़ का नुकसान ,186 की मौत

पी.चंद |

हिमाचल प्रदेश में मानसून से तबाही रुकने का नाम नही ले रही है. पहाड़ों से लेकर मैदानों तक नेशनल हाइवे व सड़कें टूट जाने से कई क्षेत्रों का संपर्क कट गया है. कुल्लू और चम्बा जिलों में बादल फटने के बाद आई बाढ़ से भारी तबाही हुई है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक वीरवार को राज्यभर में 88 सड़कें, 162 ट्रांसफार्मर और 35 पेयजल परियोजनाएं ठप रहीं. 11 कच्चे-पक्के घरों को नुकसान पहुंचा है. 19 दुकानें, छह पशुशालाओं, तीन घराट और एक पुल बहाव में बह गए है.

कुल्लू जिला में 41, मंडी में 28, चंबा में सात, सोलन में छह, लाहौल-स्पीति में तीन और हमीरपुर, कांगड़ा व किन्नौर में एक-एक सड़क भूस्खलन से बाधित रही. मंडी जिला में 155, कुल्लू में छह और चंबा में एक ट्रांसफार्मर बंद रहा. इसी तरह चंबा जिला में 34 और लाहौल-स्पीति में एक पेयजल परियोजना भी बाधित हुई.

कुल्लू जिला में पांच घर जमींदोज हो गए. मंडी जिला में तीन, शिमला में दो और चंबा में एक घर क्षतिग्रस्त हुआ है. कुल्लू जिला में 18 और चंबा में एक दुकान ध्वस्त हो गई. चंबा में दो और कुल्लू में एक पशुशाला भी धराशायी हुई. चंबा में एक पुल बह गया. राज्य में वर्षा जनित हादसों में चार लोगों की मौत हुई और आठ घायल हैं. कुल्लू जिला में भूस्खलन की चपेट में आने से दो मौतें हुई हैं. शिमला और ऊना जिलों में सड़क हादसों में एक-एक व्यक्ति की जान गई.

शिमला जिला के चौपाल उपमण्डल के नेरवा स्थित ढियाण्डली नाले में आये सैलाब में तीन ऑल्टो कारें और एक पिकअप बह गई. शिमला-कालका फोरलेन पर सोलन ज़िले के शमलेच के नजदीक टनल के फ्लाईओवर के प्रवेश स्थल के पास फोरलेन का कुछ मीटर हिस्सा धंस गया. हादसे के समय हाईवे पर से दो कारें भी गुजर रही थी.

कार में सवार लोगों को चोटें आई हैं. किन्नौर जिले में राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर कल रात भारी बारिश के कारण पोवारी से आगे पुरबनी झूला, पांगी  नाला और नेसंग के पास ल्हासा व पत्थर गिरने से जगह जगह अवरूद हो गया था. जिसे खोलने के लिए सीमा सड़क संगठन ने मशीनरी लगा दिया है.

चम्बा जिला की भरमौर तहसील में स्थाली गांव में बादल फटने से अल्ला नाला में सैलाब से एक क्रशर की मशीनें और स्टोर बह गए. लाहौल-स्पीति जिला के लाहौल उपमण्डल के टुजिंग क्षेत्र में फ्लैश फ्लड की घटना में एक कार फंस गई. बचाव कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद इसे बाहर निकाला.

बीते 24 घण्टों के दौरान राज्य के कई क्षेत्रों में मूसलाधार वर्षा हुई है. सुंदरनगर में 142, अग्घर व हमीरपुर में 120-120, सरकाघाट में 112, जाटों बैरेज में 107, पांवटा साहिब में 98, घमरूर में 91, गोहर में 90, भराड़ी में 82, गूलेर व रामपुर में 75-75, सँगढाह व मंडी में 70-70, पंडोह में 69, रेणुका व धर्मपुर में 68-68, नादौन में 67, कंडाघाट में 65, नूरपुर में 62, सुजानपुर टिहरा में 60, नगरोटा सुरियाँ में 59, जोगेंद्रनगर में 57, देहरा गोपीपुर में 54, शिलारू में 53 और भोरंज में 50 मिमी वर्षा दर्ज की गई है.

मौसम विभाग ने 15 अगस्त तक राज्य में मौसम के खराब रहने की संभावना जताई है. 12, 14 व 15 अगस्त को भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है. मानसून की बरसात से हिमाचल में अभी तक 186 की मौत हो चुकी है. जबकि 331 घायल हैं.