उपायुक्त देवश्वेता बनिक ने बताया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने राशनकार्ड डाटा और आधार डाटा का मिलान एवं पुष्टि करने के उपरांत प्रामाणिक डाटा तैयार करने के उद्देश्य से राशनकार्ड धारकों की ई-केवाईसी का कार्य आरंभ किया है। यह कार्य 30 मई तक पूरा किया जाना है।
उन्होंने बताया कि जिला हमीरपुर में विभिन्न श्रेणियों के 1,47,167 राशनकार्ड और 5,50,202 राशनकार्ड जनसंख्या है। इन सभी उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी की जाएगी। प्रत्येक राशनकार्ड सदस्य को अपना राशनकार्ड अथवा आधार नंबर उचित मूल्य की दुकान के विक्रेता को दिखाकर उचित मूल्य की दुकान में उपलब्ध पीओएस मशीन में दिख रहे राशनकार्ड डाटा व आधार डाटा को चैक कर मिलान व पुष्टि करनी होगी।
इस प्रक्रिया में राशनकार्ड सदस्य का पीओएस मशीन में अंगूठे का निशान भी लिया जाना है। यदि आधार डाटा सही नहीं है या अंगूठे का निशान नहीं लग रहा है, तो आधार केंद्र पर डाटा ठीक या अंगूठे का निशान अपडेट करवाना होगा। उपायुक्त ने बताया कि आधार और राशनकार्ड डाटा का मिलान हो जाता है तो राशनकार्ड सदस्य की ई-केवाईसी पूर्ण मानी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला के विभागीय निरीक्षकों एवं सभी 297 उचित मूल्य की दुकानों के विक्रेताओं को ई-केवाईसी कार्य करने हेतु प्रशिक्षित किया जा चुका है।
उपायुक्त ने बताया कि जिला में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा लोगों को ई-केवाईसी के बारे में जागरूक करने हेतु उचित मूल्य की दुकानों, पंचायतों आदि के माध्यम से प्रचार सामग्री भी वितरित की गई है और पंचायत सचिवों एवं सहायकों को भी प्रशिक्षित किया गया है। उपायुक्त ने जिला के सभी राशनकार्ड सदस्यों से भी ई-केवाईसी अभियान में पूरी सक्रियता से सहयोग करने तथा राशन डिपो होल्डरों से ई-केवाईसी कार्य को मिशन मोड में करने की अपील की है ताकि जिला में 30 मई, 2022 तक इस कार्य को पूर्ण किया जा सके।