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हमीरपुर: स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के द्वारा स्वयं हाथों से बनाए गए उत्पाद

जसबीर कुमार |

भाई बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है “रक्षा बंधन”. रक्षा बंधन के पर्व को मनाने के लिए इस बार हमीरपुर जिला में स्वयं सहायता समूहों के द्वारा विशेष तैयारियां की गई है. जिसके चलते हाथों से बनाई गई राखियों को महिलाएं बेहद पंसद कर रही है.

हमीरपुर मुख्यालय में लगाए गए पहली बार राखी मेले में विशेष तौर पर स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के द्वारा स्वयं हाथों से बनाए गए उत्पाद लोगों की पहली पंसद बन रहे है. पिछले एक सप्ताह से चल रहे राखी मेले में विभिन्न प्रकार की राखियों की प्रदर्शनी लगाई गई है. जिसमें लोगों की भीड उमंड रही है.

प्रदर्शनी में उपस्थित स्वयं सहायता समूह की सदस्य निशा और अनीता ने बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा पहली बार राखी मेले का आयोजन किया है. जिसमें स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने अपने बनाए गए उत्पादों को रखा है.

महिलाओं के द्वारा बनाए गए सभी उत्पाद जिसमें विशेष तौर पर राखियां के अलावा आचार, चटनी, मुरब्बा, सजावट का सामान लोग को बेहद पंसद आ रहा है. स्वयं सहायता समूह की सदस्य कैलाशों देवी का कहना है कि स्वयं सहायता में महिलाओं के द्वारा अपने द्वारा बनाए गए उत्पादों को लोग खरीद रहे है. स्वंय सहायता समूह की महिलाओं ने जिलाधिकारी का आभार जताया है क्योंकि पहली बार रक्षा बंधन के समय राखी मेले का आयोजन किया गया है.

राखी मेले में लगाए गए स्टाल, सभी उत्पादों की बहुत सेल हो रही है और लोग महिलाओं के द्वारा बनाए गए उत्पादों को बहुत पंसद किया जा रहा है. जिससे काफी मुनाफा हुआ है. राखियों की खरीददारी कर रही महिलाओं ने बताया कि राखियां बहुत अच्छी है और जिला प्रशासन के द्वारा स्वयं सहायता समूहों के लिए अच्छी जगह दी गई. वहीं, राखियां भी बाजार से कम दामों पर मिल रही है.