पोस्ट कोड 556 जेओए (IT) बहुचर्चित मामले में फाइनल नतीज़े की घोषणा न होने से बेरोजगार अभ्यर्थियों में आक्रोश पनपता जा रहा है। पिछले 18 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवाओं को माननीय आयोग ने अपने झूठे आश्वासनों से ठगने का काम किया है।
गौरतलब है कि 7 फरवरी 2019 को माननीय आयोग को कार्मिक विभाग शिमला से सम्बंधित प्रतिउत्तर मिल गया था। उक्त मामले की गम्भीरता को देखते हुए माननीय सचिव ने मीडिया में बयान दिया था कि जवाब मिलने की स्थिति में 8-10 दिन के अंदर अंतिम नतीज़ा घोषित कर दिया जाएगा। दिसंबर 2018 में भी माननीय आयोग के द्वारा बेरोजगार अभ्यर्थियों को आश्वासत किया था कि आपका नतीज़ा 10 जनवरी तक घोषित कर देंगे। मगर आयोग की ऐसी झूठी दलीलों और बयानों से बेरोजगार युवा भली-भांति वाकिफ़ हो गए हैं। बेरोजगार अभ्यर्थियों की मानें तो माननीय आयोग उक्त मामले को लेकर बिल्कुल भी संजीदा नहीं दिख रहा।
बेरोजगार अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि माननीय आयोग की कथनी के मुताबिक अंतिम नतीज़ा कभी भी निकल सकता है लेकिन लगभग 10 दिन का तय समय ख़त्म होने के बावजूद भी अंतिम नतीज़ा जारी न होना आयोग की नाकामियों का परिणाम है। क्रमिक अनशन को 14 दिन से भी ऊपर का समय गुज़र गया लेकिन न आयोग संजीदा दिख रहा है और न ही सरकार जिससे बेरोजगार युवाओं में गहरा रोष पनपता जा रहा है। प्रदेश के अन्य जिलों से आये अभ्यर्थियों ने शीघ्र अति शीघ्र अंतिम नतीज़े को जारी करने की मांग दोहराई।