हिमाचल विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के बच्चे को थप्पड़ मारने को लेकर सियासत गरम है. इस मामले को लेकर समाचार फर्स्ट ने हंसराज से खास बातचीत की. हंसराज ने थप्पड़ विवाद में अपनी सफाई देते हुए कहा कि जैसे पैरेंट्स अपने बच्चों को सुधारने की कोशिश करते हैं वैसे ही मैंने भी बच्चे को सुधारने की कोशिश की. उन्होंने कहा मेरा उद्देश्य बच्चों को सुधारना है.
इसके अलावा हंसराज ने नई शिक्षा नीति को लेकर कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले ये हमारा उद्देश्य है. उन्होंने कहा मैंने भी काफी संघर्ष किया है और आज मैं अपनी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचा हूं. जब उनसे पूछा गया कि क्या बच्चे को सुधारने के लिए मारना जरूरी है तो उन्होंने कहा अगर मैं शिक्षा मंत्री बना तो बच्चों को सुधारने के लिए तरीका बदलेंगे. हंसराज ने कहा बच्चों को संस्कार देने के लिए समाज को जागरूक करने की जरूरत है.