<p>आज पूरा देश अध्यापक दिवस मना रहा है और सलाम कर रहा है शिक्षकों को जो ज्ञान की ज्योति को जलाकर इस देश का भविष्य उज्ज्वल कर रहे हैं। आज एक सलाम एक ऐसे अध्यापक को जिनके दोनों बाजू नहीं हैं, पर मेहनत और जिंदादिली की मिसाल ये टीचर इस देश के भविष्य निर्माण में लगे हैं और प्रेरणास्त्रोत बनकर उभरे हैं।</p>
<p><img src=”/media/gallery/images/image(2033).jpeg” style=”height:400px; width:637px” /></p>
<p>हरिदत्त शर्मा सिरमौर के दूरदराज मालगी गांव के रहने वाले हैं। वह खुद तमाम तकलीफें उठाकर प्राथमिक स्कूल में बच्चों का भविष्य सवारने में लगे हैं। उन्होंने दिव्यांगता को कभी भी चुनौती नहीं बनने दिया, न ही अपने विद्यार्थियों और उनकी शिक्षा के आड़े आने दिया। हरिदत्त शर्मा दोनों बाजुएं न होने के बावजूद पढ़ाने में तो अव्वल हैं ही, लिखने में भी उनका कोई जबाब नहीं है।</p>
<p><img src=”/media/gallery/images/image(2034).jpeg” style=”height:420px; width:646px” /></p>
<p>बच्चों को इतने सहत ढंग से पढ़ाते हैं कि साधारण से साधारण दिमाग वाला बच्चा आसानी से समझ जाए। बच्चे भी ऐसे साधारण व्यक्तित्व और उच्च आदर्शों वाले गुरु पाकर धन्य हो रहे हैं। विद्या के इस मंदिर में सुविधाओं के तमाम अभाव हैं लेकिन हरिदत्त का प्रयास रहता है कि बच्चों का सर्वांगीण विकास है।</p>
Shimla: हिमाचल प्रदेश मस्जिद विवाद से धार्मिक सौहार्द पर उभरे जख्मों पर मरहम लगाने…
65करोड़ रूपये से खरीड़ी मैदान में बन रहा परिसर आधुनिक तरीके से स्पोर्ट्स कॉम्लेक्स का…
Hamirpur: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह विधानसभा क्षेत्र के…
शिमला | हिमाचल प्रदेश के 10 आईपीएस अधिकारियों समेत 152 पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को 2023…
Kullu: कुल्लू के माशना गांव में एक व्यक्ति ने अपने दोस्त पर पेट्रोल फेंककर आग…
Solan: विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर बड़ोग टनल में इंजन हांफ जाने से…