प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में रैन बसेरे को लेकर उपजा विवाद बढ़ सकता है। क्योंकि रैन बसेरा अब नोफल संस्था को दे दिया गया है। इस जगह पर अस्पताल में लंगर चला रही ऑलमाइटी संस्था दावा कर रही है। जब से ये जगह नोफल संस्था को दी गई है। तब से लेकर ऑलमाइटी संस्था के सर्वजीत सिंह इसके ख़िलाफ़ मोर्चा खोले हुए हैं। इसी विवाद के बीच आज रैन बसेरे की ये जगह नोफल संस्था को सौंप दी गई। स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल ने इस जगह को मरीजों के तामीरदारों के लिए समर्पित किया।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल ने बताया कि इस रैन बसेरे में 30 बेड की व्यवस्था कैंसर मरीजों और उनके तामीरदारों के लिए की गई है। इसमें ओर भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि जगह को लेकर कोई विवाद नहीं है। ऑलमाइटी संस्था यहां लंगर चला रही है वह भी चलता रहेगा और नोफल के गुरमीत सिंह भी रैन बसेरे को चलाएंगे। यदि और कोई भी सेवा के क्षेत्र अपना सहयोग देना चाहे तो वह भी आगे आ सकता है। अस्पताल में राजनीति का सवाल ही नहीं उठा।